इस्तांबुल, 29 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस के हमले के 34वें दिन तुर्की के इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच आमने-सामने बातचीत हुई। चौथे दौर की यह बातचीत चार घंटे चली। इसके बाद अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच बातचीत की उम्मीद जगी है।
रूस और यूक्रेन के बीच प्रस्तावित इस्तांबुल वार्ता को लेकर खासी उम्मीदें लगाई गयी थीं। इस वार्ता में यूक्रेन की ओर से यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी के लिए अंतरराष्ट्रीय समझौते का आह्वान किया गया। बातचीत के बाद रूसी प्रतिनिधियों ने वार्ता रचनात्मक रहने का दावा किया। उन्होंने कहा कि वार्ता के दौरान रखे गए नए प्रस्तावों की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने वादा किया है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव और चेर्नीहीव के आस-पास अपनी सैन्य गतिविधियों को काफी कम करेंगे।
दूसरी ओर यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि युद्धविराम पर अभी कोई समझौता नहीं हुआ है। इसके अलावा कई अन्य मुद्दों का भी अब तक कोई समाधान सामने नहीं आया है। क्रीमिया पर बातचीत एक अलग हिस्से में होगी। यह सहमति बनी है कि अगले दो सप्ताह में बातचीत जारी रखने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधि मिलेंगे। दोनों देशों की इस वार्ता चक्र के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच मुलाकात व बातचीत की उम्मीद जगी है।
शांति वार्ता के बाद रूस के मुख्य वार्ताकार मेडिंस्की ने बयान दिया है कि अब पुतिन और ज़ेलेंस्की में मुलाकात हो सकती है। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बातचीत के बाद राष्ट्राध्यक्षों की यह मुलाकात होगी।