सेंट जॉर्ज, 28 मार्च (हि.स.)। वेस्टइंडीज के खिलाफ एक और श्रृंखला में मिली हार के बावजूद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का कहना है कि वह इंग्लिश टीम के कप्तान बने रहना चाहते हैं। वेस्टइंडीज ने तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 10 विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-0 से अपने नाम कर ली, श्रृंखला के पहले दो मैच ड्रॉ रहे थे। इंग्लैंड की टीम को अपने पिछले 17 मैचों में से सिर्फ एक में जीत मिली है और 11 मैचों में टीम को शिकस्त झेलनी पड़ी है।
रूट की कप्तानी में इंग्लिश टीम को एशेज श्रृंखला में 4-0 से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भारत के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू टेस्ट श्रृंखला में इंग्लिश टीम 2-1 से पीछे थी, श्रृंखला का अंतिम टेस्ट कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया था। बावजूद इसके रूट इस बात पर अड़े हुए हैं कि वह अपनी टीम के हालिया खराब प्रदर्शन के बावजूद कप्तान बने रहना चाहते हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली हार के बाद रूट ने बीटी स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, “मुझे लगता है कि मैंने इस खेल की शुरुआत में और इस पूरे दौरे के दौरान इस टीम को आगे ले जाने की कोशिश करने के लिए बहुत कुछ किया है। मुझे नहीं लगता कि हार जीत पूरी तरह से आपके हाथ में है, लेकिन जैसा कि मैंने कहा, मुझे लगता है कि मुझे टीम का समर्थन है। हम वास्तव में बहुत अच्छी चीजें कर रहे हैं। हमें बस इसे परिणामों में बदलने की जरूरत है।”
रूट ने दावा किया कि इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान कुछ “शानदार” क्रिकेट खेला था और कहा कि उन्हें लगता है कि बल्लेबाजी लाइन-अप, जो अक्सर हाल के दिनों में टीम की विफलताओं का कारण होता है, ने प्रगति की है। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के दौरान छह पारियों में से तीन में इंग्लिश बल्लेबाज पूरी तरह से फेल रहे, जिसमें ग्रेनाडा में खेला गया तीसरा टेस्ट भी शामिल है, जिसमें इंग्लिश टीम को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
रूट ने कहा, “इस पर निराशा होती है क्योंकि इस पूरी श्रृंखला के दौरान मुझे लगता है कि हमने कुछ बहुत अच्छा क्रिकेट खेला है। मुझे लगता है कि हमने दिखाया है कि हम एक समूह के रूप में क्या करने में सक्षम हैं। मुझे लगता है कि हम बल्लेबाजी समूह के रूप में पहले दो मैचों में अच्छा खेले थे, हमने उस विभाग में बड़ी प्रगति दिखाई है और दिखाया है कि हम क्या करने में सक्षम हैं। हालांकि तीसरे मैच में जरूर निराशा हुई।”
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे मैच में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 204 रनों पर सिमट गई थी। जवाब में वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 297 रन बनाए और 93 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। वेस्टइंडीज के लिए पहली पारी में जोशुआ डी सिल्वा ने बेहतरीन शतकीय पारी खेलते हुए नाबाद 100 रन बनाए।
इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में महज 120 रनों पर सिमट गई और वेस्टइंडीज को जीत के लिए 28 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे वेस्टइंडीज की टीम ने 4.5 ओवरों में बिना किसी नुकसान के हासिल कर लिया।