कोलंबो, 28 मार्च (हि.स.)। भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर सात देशों के बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए श्रीलंका गए हैं। सोमवार को उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से मिल कर उन्हें संकट काल में हर संभव मदद का भरोसा दिया।
श्रीलंका इस समय अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। विदेशी मुद्रा की कमी के कारण श्रीलंका को भारी आर्थिक संकट के साथ ऊर्जा संकट का भी कष्ट सहना पड़ रहा है। वहां महंगाई जानलेवा हो गयी है और विदेशी कर्ज का बोझ सरकार को परेशान किए हुए है। हाल ही में भारत ने श्रीलंका को एक अरब डॉलर की ऋण सहायता देकर आर्थिक संकट से निपटने में मदद की पहल की थी।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मुलाकात की। उन्होंने श्रीलंकाई नेतृत्व को भारत की ओर से लगातार हर संभव सहयोग बनाए रखने के प्रति आश्वस्त किया। राष्ट्रपति गोटाबाया के साथ अपनी बातचीत में जयशंकर ने श्रीलंका को अपना घनिष्ठ पड़ोसी करार देकर संबंधों के विभिन्न आयामों पर विचार विमर्श किया।
बाद में ट्वीट कर उन्होंने कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया से भेंट करते हुए खुशी हो रही है। हमने अपने घनिष्ठ पड़ोसी को भारत के निरंतर सहयोग और समझ का आश्वासन दिया। गोटाबाया ने भारत द्वारा दी गई मदद के लिए सरकार का आभार जताया। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने भी ट्वीट कर कहा कि आज भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की और मैंने श्रीलंका के लोगों की ओर से भारत द्वारा हाल ही में प्रदान की गई बेशकीमती सहायता के लिए भारत सरकार का आभार जताया।