कोलकाता, 28 मार्च (हि.स.)। उत्तर बंगाल के दौरे पर गईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस बार बड़ी सफलता हाथ लगी है। मुख्यमंत्री की पहल पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के नेताओं ने गोरखालैंड की मांग से खुद को अलग कर लिया है।
सोमवार को उत्तर बंगाल के दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के नेताओं के साथ अहम बैठक की है। बैठक के जीजेएम ने पृथक राज्य की मांग को छोड़ने के लिए मना लिया है। ममता संग बैठक के बाद जीजेएम ने साफ कर दिया गया है कि अब पृथक गोरखालैंड की मांग नहीं की जाएगी। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पहाड़ की सभी पार्टियां गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) का चुनाव चाहती हैं, और मैं भी चाहती हूं कि दो-तीन महीने के अंदर चुनाव संपन्न करा दिया जाए।
पहाड़ की चार पार्टियों के साथ बैठक के बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने साफ कर दिया वह पृथक गोरखालैंड की मांग छोड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि विमल गुरुंग की अध्यक्षता वाली जीजेएम पहले एनडीए का साथ थी। बाद में वह एनडीए छोड़कर ममता बनर्जी के साथ आ गई थी।
अपने उत्तर बंगाल में प्रवास के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने दार्जिलिंग चिड़ियाखाना पहुंच गई। वहां वह एक बच्चे को गोद में लेकर उसे पुचकारती नजर आईं। मुख्यमंत्री एसपी दफ्तर के पास से चौरस्ता होते हुए चीर माउंटहिल भी गईं। पिछले दौरे दौरान जब ममता यहां पहुंची थीं तो पृथक गोरखालैंड की मांग से पहाड़ सुलग रहा था लेकिन इस बार नजारा दूसरा ही था।