मेरठ, 25 मार्च (हि.स.)। महाभारतकालीन नगरी हस्तिनापुर से दोबारा विधायक चुने गए दिनेश खटीक ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। हस्तिनापुर से लगातार दो बार विधायक चुने गए दिनेश खटीक ने प्रदेश में दोबारा मंत्री बनकर इतिहास रच दिया है। चर्चित दलित चेहरे के रूप में दिनेश खटीक की पहचान के कारण उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया है।
प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए दिनेश खटीक का परिवार तीन पीढ़ियों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा है। इसी का फायदा 2017 के विधानसभा चुनाव में दिनेश को मिला था और वे पहली बार विधायक चुने गए थे। योगी-1 सरकार में दिनेश खटीक को राज्यमंत्री बनाया गया। दिनेश खटीक के पिता देवेंद्र कुमार, माता सरोज देवी, पत्नी आरती, बेटा प्रांजल, बेटी आराध्या है।
दिनेश ने 1994 में फलावदा में आरएसएस के खंड कार्यवाह का दायित्व निभाया। 2006 में विहिप और बजरंग दल में कार्य किया। 2007 में भाजपा के जिला मंत्री, 2020 में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष, 2013 में भाजपा के जिला महामंत्री का दायित्व संभाला। 2017 में हस्तिनापुर से विधायक चुने गए। इसके बाद 2022 में दोबारा विधायक चुने गए।
दिनेश खटीक की पहचान भाजपा में युवा दलित चेहरे के रूप में है। हस्तिनापुर सुरक्षित सीट पर दिनेश ने बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा को मात दी थी तो 2022 में सपा प्रत्याशी के रूप में योगेश वर्मा को करारी शिकस्त दी। इसी का इनाम दिनेश को योगी-2 सरकार में मंत्री के रूप में मिला। संघ परिवार से निकटता भी दिनेश के उत्थान में सहायक बनी। हस्तिनापुर विधानसभा सीट इस समय बिजनौर संसदीय क्षेत्र में आती है।
हस्तिनापुर में बनाए कई रिकॉर्ड
हस्तिनापुर विस सीट पर जीत हासिल करने वाली पार्टी की ही प्रदेश में सरकार बनती है। 2017 के बाद 2022 में भी यह मिथक कायम रहा और उप्र में भाजपा की सरकार बनी। साथ ही इस सीट से लंबे समय बाद लगातार कोई विधायक चुनाव जीता है। दिनेश खटीक ने 2017 और 2022 में लगातार हस्तिनापुर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता।