मुंबई, 25 मार्च (हि.स.)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि अब तक राम के नाम पर वोट मांगते थे, क्या अब दाऊद के नाम पर वोट मांगने वाले हो क्या? उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर सत्ता के लिए यह सब प्रपंच है तो मुझे जेल में डाल दो, लेकिन अनायास मेरे परिवार तथा शिवसैनिकों की बदनामी मत करो।
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि विपक्ष अनायास महाराष्ट्र को हर स्तर पर बदनाम करने का प्रयास कर रहा है। महाराष्ट्र को विपक्ष मद्यराष्ट्र बताने का प्रयास कर रहा है, जबकि सबसे अधिक शराब पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में बेची जाती है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बजट सत्र में पहले ही दिन से नवाब मलिक का इस्तीफा मांगा जा रहा है। नवाब मलिक अगर इतने बड़े अपराधी थे तो इतने दिनों से क्या केंद्रीय जांच एजेंसियां सोई हुई थीं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ सुबह-सुबह सरकार का गठन किया था, सरकार 70 घंटे चली। अगर यह सरकार अब तक चलती तो नवाब मलिक के साथ बैठकर सरकार चलाते। सरकार नहीं चली तो अब नवाब मलिक दाऊद इब्राहिम का आदमी हो गया।
उद्धव ठाकरे ने विपक्ष को ललकारते हुए कहा कि हिम्मत है तो दाऊद को घर में घुस कर मारो, लेकिन झूठ की राजनीति बंद की जानी चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हर बात पर उनके पिताजी का नाम बेशर्मी से लिया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का नाम न लेते हुए कहा कि उनके पिताजी ने मुसीबत में रहने पर जिनको बचाया है अगर वे स्वर्ग में जाएंगे तो बालासाहेब ठाकरे को किस तरह मुंह दिखाएंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि विपक्ष इस तरह प्रोपेगंडा राजनीति कर रहा है, जैसे उसे छोड़कर सभी भ्रष्टाचारी है, यह गलत है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भले ही विपक्ष ने उनके भाषण के दौरान शोर शराबा मचाया, उन्हें अपना भाषण पूरा करना चाहिए था।