नई दिल्ली, 22 मार्च (हि.स.)। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि भारत का सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर 2024 के समाप्त होने के पहले अमेरिका की तरह होगा। उन्होंने अपनी बात रखने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति केनेडी के एक बयान को उद्धृत किया। इसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका के रोड अच्छे इसलिए नहीं है कि अमेरिका अमीर देश है बल्कि अमेरिका के रोड अच्छे हैं इसलिए अमेरिका अमीर है।
गडकरी ने यह बात सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अनुदान मांगों पर लोकसभा में जवाब देते हुए कही।
अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान को आगे रखते हुए गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को स्मृद्ध व शक्तिशाली बनाने के लिए वह सड़क ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके अलावा उनका प्रयास है कि निर्माण कार्यों पर होने वाले खर्च को कम किया जाए। इसके लिए वह आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी को शामिल करके निर्माण की लागत को कम करना और निर्माण की गुणवत्ता में सुधार करना है। हमने ब्रह्मपुत्र पर बने मजौली पुल की निर्माण लागत को 6000 करोड़ रुपये से घटाकर 680 करोड़ रुपये कर दिया है।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि प्रौद्योगिकी और हरित ईंधन में तेजी से होती प्रगति से इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल की लागत कम होगी जिससे इनकी कीमतें अगले दो वर्षों में पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के बराबर आ जाएगी।
गडकरी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा दो वर्षों के भीतर इलेक्ट्रिक स्कूटर, कार, ऑटोरिक्शा की कीमत पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर, कार, ऑटोरिक्शा के समान होगी। लिथियम आयन बैटरी की कीमतें कम हो रही हैं। हम जिंक-आयन, एल्युमिनियम-आयन, सोडियम-आयन बैटरी के रसायन को विकसित कर रहे हैं। पेट्रोल जहां 100 रुपये खर्च होते हैं वहीं इलेक्ट्रिक वाहन पर 10 रुपये खर्च होंगे।
उन्होंने लागत प्रभावी स्वदेशी ईंधन की आवश्यकता पर जोर दिया और आशा व्यक्त की कि यह ईंधन जल्द ही एक वास्तविकता बन जाएगा। इससे प्रदूषण का स्तर कम हो जाएगा और दिल्ली में प्रदूषण की समग्र स्थिति में सुधार होगा।
गडकरी ने यह भी बताया कि उनका मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि 60 किलोमीटर के दायरे में केवल एक टोल प्लाजा हो। अगर दूसरा टोल प्लाजा है, तो उसे अगले तीन महीनों में बंद कर दिया जाएगा। साथ ही स्थानीय लोगों को टोल के लिए पास जारी किए जायेंगे।
पर्यावरण से संबंधित अपने मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए गडकरी ने कहा कि उनका प्रयास है कि किसी भी पेड़ को निर्माण कार्य के लिए काटा न जाए। इसके लिए उनका मंत्रालय देशभर में केवल पेड़ स्थानांतरित करने वाले एक हजार से अधिक कांट्रेक्टर तैयार करेगा और सरकार उन्हें पेड़ स्थानांतरित करने के लिए प्रति पेड़ के हिसाब से पैसे देगी।
सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने के विषय में गडकरी ने सदन को बताया कि उनके मंत्रालय ने 8 यात्रियों को ले जाने वाले सभी वाहनों में कम से कम 6 एयरबैग लगाना अनिवार्य कर दिया है। इससे सभी की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।