नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। देशव्यापी टीकाकरण पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा है कि भारत में ब्रेन पावर और मैन पावर की कभी कमी नहीं थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की इन शक्तियों को पहचाना और देश को टीके के निर्माण और उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया।
उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि भारत में संभावनाओं की कमी नहीं थी। सवाल था उसकी शक्ति को पहचानना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस शक्ति को पहचाना। कोरोना रोधी वैक्सीन तैयार करने के लिए केंद्र सरकार ने तत्काल रिर्सच इंस्टीट्यूट और फार्मा कंपनी को 250 करोड़ रुपये आवंटित किए। प्रधानमंत्री ने वैक्सीन निर्माण की खुद निगरानी रखी। नतीजा सबके सामने है। दुनिया के विकसित देश कोरोना रोधी वैक्सीन नौ महीने बाद लेकर आए और भारत में भी टीका 9 महीने बाद बन कर तैयार कर लिया गया।