ख़ूबसूरत सुरीली आवाज से दर्शकों के दिलों को जीतने वाली मशहूर गायिका अलका याग्निक हिंदी सिनेमा की मशहूर गायिकाओं में से एक हैं। 20 मार्च, 1966 को गुजराती परिवार में जन्मीं अलका याग्निक ने लगभग तीन दशक से भी ज्यादा संगीत की दुनिया पर राज किया है। अलका याग्निक की माँ शोभा याग्निक भी गायिका थी। अलका ने अपनी संगीत की शिक्षा माँ से ही ली और महज 6 साल की छोटी सी उम्र में वह कोलकाता के रेडियो स्टेशन में गाना गाने लगी। अलका जल्द ही संगीत में पारंगत हो गईं और 10 साल की उम्र में वह अपनी माँ के साथ कोलकाता से मुंबई आ गईं। 14 साल की उम्र में अलका याग्निक ने पहली बार फिल्म ‘पायल की झंकार’ के गाने ‘थिरकत अंग लचक झुकी’ में अपनी आवाज दी।
इसके बाद उन्हें साल 1981 में आई अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘लावारिस’ का गाना ‘मेरे अंगने में’ गाने का मौका मिला। यह गाना काफी पॉपुलर हुआ। इस गाने के बाद अलका को फिल्मों में गाने के ऑफर मिलने लगे। साल 1988 में फिल्म ‘तेजाब’ के गाने ‘एक दो तीन’ के लिए अलका को पहली बार फिल्मफेयर का अवार्ड मिला। इसके बाद अलका ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और लगातार सफलता की सीढ़िया चढ़ती गईं।अलका ने हिंदी के अलावा उर्दू, गुजराती, अवधी, भोजपुरी, तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषा में गाने गाए हैं।
अलका ने फिल्मों के अलावा कई टेलीविजन धारावाहिकों के लिए भी गीत गाये हैं और कई सिंगिंग शोज की जज भी रह चुकी हैं। अलका की निजी जिंदगी की बात करें तो उन्होंने साल 1989 में शिलॉन्ग के बिजनेसमैन नीरज कपूर के साथ शादी की। दोनों की बेटी सयेशा कपूर है।