ढाका, 18 मार्च (हि.स.)। बांग्लादेश में हिंदू धर्मस्थलों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुरुवार रात एक बार फिर ढाका के इस्कॉन मंदिर पर उग्र कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया। हमले में कई लोग जख्मी हो गए हैं। हमलावरों में मंदिर में लूटपाट व तोड़फोड़ भी की है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमला अब आए दिन की समस्या हो गया है। कोई भी पर्व-त्योहार हो, वहां के उग्र कट्टरपंथी हिंदू धर्मस्थलों को निशाना बना लेते हैं। गुरुवार को होली के पर्व पर भी कट्टरपंथियों ने एक हिंदू मंदिर को निशाना बना लिया। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित इस्कॉन राधाकांता मंदिर पर गुरुवार शाम को दो सौ से ज्यादा लोगों की भीड़ ने उग्र नारेबाजी करते हुए हमला बोल दिया। इन लोगों ने मंदिर में लूटपाट के साथ तोड़फोड़ भी की। इनके निशाने पर उस समय मंदिर में मौजूद हिंदू समाज के लोग भी रहे। हमले में सुमंत्र चंद्र श्रवण, निहार हलदार, राजीव भद्र समेत कई लोग घायल हो गए।
बताया गया कि इस हमलावर भीड़ का नेतृत्व हाजी शफीउल्लाह कर रहा था। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। बीते नवरात्र में कोमिला शहर में नानूर दिघी झील के पास एक दुर्गा पूजा पांडाल पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया था। इस घटना में तीन लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। नवरात्र में भी ढाका के इस्कॉन मंदिर सहित कई अन्य मंदिरों पर हमला हुआ था। जिनमें सात लोगों की जान गयी थी। ढाका के टीपू सुल्तान रोड और चटगांव के कोतवाली क्षेत्रों में भी हिंदू धर्म स्थलों पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।