गोरखपुर, 18 मार्च (हि.स.)। चार दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को चिड़ियाघर का निरीक्षण किया। यहां रहने वाले पशु-पक्षियों से जुड़ी जानकारियां लीं और विकास कार्यों को गति देते रहने का आश्वासन दिया। योगी ने इस दौरान चिड़ियाघर के विकास के संबंध में जिम्मेदारों से बातचीत भी की।
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों की तरह गोरखपुर के विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया। यहां पर भी विकास को गति मिली और एक चिड़ियाघर की स्थापना भी हुई। यह अब अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान के नाम से जाना जाता है।
तकरीबन 121 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस प्राणि उद्यान में 50 से अधिक प्रजातियों के अब तक 500 से अधिक पशु-पक्षियों को लाया जा चुका है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्राणि उद्यान का बारीकी से निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिया।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स से भ्रमण कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ जानवरों के एक-एक बाड़े का निरीक्षण किया और संबंधित जानकारी ली।
रेस्क्यू हुए 80 वन्य जीवों का घर है प्राणी उद्यान
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान गोरखपुर आसपास के जिलों में रेस्क्यू होने वाले खूंखार वन्यजीवों को नया जीवन भी दे रहा है। वर्तमान में प्राणि उद्यान के रेस्क्यू सेंटर में महराजगंज जिले से रेस्क्यू कर लाए गए एक नर एक मादा तेंदुआ, एक जंगली कैट, एक चीतल, चार दुर्लभ वॉर्न आउल, दुर्लभ हिमालयन ग्रिफॉन प्रजाति का गिद्ध और कई सर्प संरक्षित हैं। दो हिमालयन ग्रिफॉन दुर्लभ गिद्ध में एक को बचाया जा सका तो दूसरी ओर जंगली कैट के 150 से 140 ग्राम के चार बच्चों में एक को बचा लिया गया। वॉर्न आउल के 4 बच्चे सकुशल रेस्क्यू सेंटर में हैं। बहराइच से रेस्क्यू कर लाई गई चीतल भी स्वस्थ है। अजगर, गेहुंअन सर्प भी संरक्षित है। इसके अलावा बड़ी संख्या में अजगर, पैराकीट, लव बर्ड, मुनिया, बजरीगर, काकाटील, विभिन्न प्रजाति के कछुए रेस्क्यू कर लाए गए है, जिन्हें स्वस्थ होने के बाद उनके सुरक्षित परिवेश में छोड़ा जा चुका है।
अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान ऐसा पहला उद्यान है, जिसमें अस्पताल के साथ अलग से रेस्क्यू और क्वारंटीन सेंटर हैं। प्राणि उद्यान में लॉयन, टाइगर, लैपर्ड और भालू के लिए बनाए गए एक रेस्क्यू सेंटर, हॉयना, जैकाल, वुल्फ और फॉक्स के लिए एक और हिरण के लिए भी रेस्क्यू सेंटर बना है। पक्षियों के लिए भी एक रेस्क्यू सेंटर बना है। इतने ही क्वारंटीन सेंटर भी बने हैं।
प्राणी उद्यान में 36 प्रजाति के 206 वन्यजीव
27 मार्च 2021 में यह प्राणि उद्यान लोकार्पित किया गया तो इसमें 151 वन्यजीव थे। वर्तमान में प्राणी उद्यान में लगभग 50 प्रजातियों के 500 से अधिक वन्यजीव हैं। यह वन्यजीव प्रेमियों एवं पयर्टकों का मनोरंजन करने के साथ उनका ज्ञानवर्धन भी कर रहे हैं। कई वन्यजीवों ने प्राणि उद्यान के माकूल वातावरण में प्रजनन कर अपनी संतति में इजाफा भी किया है। सूबे का यह पहला 7डी थियेटर वन्यजीव की अद्भुत दुनिया का सजीव आनंद दिला रहा है। वर्षा, हिमपात, भूकंप सरीखी प्राकृतिक घटनाओं का वास्तविक रूप से अनुभव भी करा रहा है।