नई दिल्ली, 14 मार्च (हि.स.)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर पर्यावरण संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए थेनी में नियोजित न्यूट्रिनो वेधशाला परियोजना को रोकने का आग्रह किया है।
द्रमुक प्रमुख स्टालिन ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। उनका मानना है कि यह क्षेत्र में स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र और बाघों की आवाजाही को नुकसान पहुंचा सकता है।
स्टालिन ने अपने पत्र में कहा है कि तमिलनाडु के थेनी जिले के पोट्टीपुरम गांव में प्रस्तावित परियोजना स्थल राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा मैप किए गए मथिकेट्टन-पेरियार टाइगर कॉरिडोर के अंतर्गत आता है। परियोजना से गलियारे में आनुवंशिक प्रवाह ‘नष्ट’ हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि सुरंग के काम में शक्तिशाली विस्फोटकों का इस्तेमाल होगा। चट्टानों के फटने और छत गिरने का खतरा भी हो सकता है। परियोजना स्थल पश्चिमी घाट के करीब है। इससे क्षेत्र की जैव विविधता प्रभावित हो सकती है। परियोजना स्थल संबल और कोटकुडी नदियों के लिए एक महत्वपूर्ण जलग्रहण क्षेत्र का हिस्सा है।
उल्लेखनीय है कि कई वैज्ञानिक, गणितज्ञ और नोबेल पुरस्कार विजेता ने तमिलनाडु सरकार से इस परियोजना में बाधा नहीं डालने का आग्रह कर चुके हैं। उनका मानना है कि परियोजना से तमिलनाडु राज्य उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए जाना जाएगा।