मुंबई, 14 मार्च (हि.स.)। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की फोन टेपिंग मामले में हो रही जांच के विरोध और मंत्री नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आक्रामक हो गए हैं। विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत में ही सोमवार को भाजपा विधायकों ने इन दोनों मुद्दों पर जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद सभागृह में भी भाजपा विधायक आक्रामकता बनाए हुए हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस विभाग में चल रहे घोटालों का पर्दाफाश किया और इस बारे में सबूत केंद्रीय गृह सचिव को सौंपे थे। इसके बाद कोर्ट ने इस मामले की जांच सेंट्रल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) से करवाने का निर्णय दिया। राज्य सरकार इस घोटाले की जांच कराने के बजाय सबूत देवेंद्र फडणवीस के हाथ कैसे लगे, इसकी जांच करवा रही है।
चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि राज्य सरकार घबरा गई है, इसलिए बौखलाहट में देवेंद्र फडणवीस की ही जांच शुरू कर दी है लेकिन देवेंद्र फडणवीस राज्य सरकार के अन्य कारनामों को जल्द उजागर करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद भी उनका इस्तीफा नहीं ले रही है। इससे साबित हो जाता है कि राज्य सरकार माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम के समर्थकों की मदद कर रही है। पाटिल ने कहा कि भाजपा इन दोनों मुद्दों पर आक्रामक रहेगी। विधानसभा तथा विधानपरिषद में भाजपा विधायक आशीष शेलार ने आज स्थगन प्रस्ताव दिया था, जिसे उपाध्यक्ष ने नकार दिया।