प्रदेश की सभी 403 विस सीटों के लिए 84 मतगणना केन्द्रों पर हो रही वोटों की गिनती
-योगी और अखिलेश समेत 4442 प्रत्याशियों के भाग्य का आज होगा फैसला
-सुबह साढ़े नौ बजे तक मिलेंगे रुझान, दोपहर तक साफ होगी सरकार बनने की तस्वीर
-कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हो रही मतों की गिनती, विजय जुलूस पर रहेगा प्रतिबंध
लखनऊ, 10 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए सात चरणों में हुए मतदान के नतीजे आज आ जाएंगे। इसके लिए सूबे के सभी 75 जिलों में 84 मतगणना केन्द्रों पर 403 विधानसभा सीटों की मतगणना आज सुबह आठ बजे शुरू हो गई। भारत निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण मतगणना के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
चुनाव आयोग के निर्देश के क्रम में सबसे पहले पोस्टल बैलट व सर्विस मतदाताओं के वोटों की गिनती हो रही है। साढ़े आठ बजे से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में पड़े मतों की गणना होगी। अनुमान है कि सुबह साढ़े नौ बजे से रुझान आने लगेंगे और दोपहर बाद करीब एक बजे तक प्रदेश में किस दल की सरकार बनेगी, यह तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि मतगणना हेतु प्रदेश के समस्त जनपदों में कुल 84 मतगणना केन्द्र बनाये गये हैं, जिनमें से आगरा में 05, अमेठी, अम्बेडकरनगर, देवरिया, मेरठ, आजमगढ़ में 02-02 तथा शेष जनपदों में 01-01 मतगणना केन्द्र बनाये गये हैं। मतगणना हेतु प्रत्येक विधान सभा में एक-एक कुल 403 प्रेक्षक तैनात किये गये हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा मतगणना के पर्यवेक्षण हेतु डा0 रणवीर सिंह, मुख्य निर्वाचन अधिकारी दिल्ली को जनपद मेरठ में एवं एचआर श्रीनिवास, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, बिहार को जनपद वाराणसी में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच मशीनों के वीवीपैट पर्ची की गिनती भी की जाएगी।
कोविड प्रोटोकॉल के तहत हो रही मतगणना
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतगणना कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत हो रही है। इसके लिए मतगणना स्थलों पर सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्स और थर्मल स्कैनर की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि मतगणना का कार्य निर्बाध रूप से पूरा करने के लिए हर विधानसभा सीट के लिए पर्याप्त संख्या में सहायक पीठासीन अधिकारियों और मतगणना कर्मियों की तैनाती की गई है। सभी मतगणना केंद्रों पर वीडियो कैमरा और स्टैटिक कैमरा भी लगाए गए हैं।
सुरक्षा के कड़े प्रबंध
मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसमें केंद्रीय बल के अलावा पीएसी और भारी संख्या में प्रदेश की पुलिस तैनात की गई है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के अनुसार मतगणना के लिए केंद्रीय पुलिस बल की करीब 250 कंपनी, 69 पीएसी की कंपनी और लगभग 70,000 सिविल पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार के विजय जुलूस पर प्रतिबंध रहेगा। शांति भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था ने बताया कि मतगणना के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गए हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में खास नजर रहेगी। मतगणना से पहले ईवीएम को लेकर पैदा हुए विवाद के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने मतगणना के दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबंध के निर्देश दिए हैं। आयोग ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हंै।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देंशों का पूर्णरूपेण अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु सम्पूर्ण मतगणना केन्द्र एवं उसकी परिधि के बाहर अनुमन्य दूरी तक त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है जिसमें आन्तरिक घेरे में केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गयी है। सभी प्रत्याशियों के गणना एजेण्टों को नियमानुसार पास निर्गत किया गया है तथा त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे के प्रथम द्वार पर ही सभी के प्रवेश-पत्रों की सघन जॉंच की व्यवस्था की गयी है ताकि कोई अनाधिकृत व्यक्ति मतगणना केन्द्र में प्रवेश न कर सके।
अनुमन्य श्रेणी के अतिरिक्त अन्य सभी के द्वारा मतगणना केन्द्र के परिसर में मोबाइल फोन, लैपटाप, कैलकुलेटर या अन्य कोई भी इलेक्ट्रानिक सामान ले जाने पर पूर्ण प्रतिबन्ध है।
सात चरणों में हुआ था मतदान
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिये सात चरणों में मतदान हुआ। पहले चरण में पश्चिम उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर 10 फरवरी को मतदान किया गया। दूसरा चरण 14 फरवरी को नौ जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर, चैथे चरण में 23 फरवरी को नौ जिलों की 60 सीटों पर, पांचवें चरण में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में तीन मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें व अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को नौ जिलों की 54 सीटों पर हुआ।
4442 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला
इस बार के विधानसभा चुनाव में 4442 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें 561 महिला उम्मीदवार भी हैं। मतगणना में प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा मुखिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई दिग्गजों के भाग्य का आज फैसला होना है।
इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चैधरी, योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे स्वामी प्रसाद मौर्य और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर के किस्मत का भी आज फैसला हो जाएगा।