नई दिल्ली, 10 मार्च (हि.स.)। व्यापक सुरक्षा इंतजामों के बीच पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए मतों की गिनती का काम गुरुवार सुबह 8 बजे शुरू हो गया। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव के साथ-साथ असम की माजुली विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव के लिए मतगणना चल रही है। पोस्टल बैलेट के साथ मतों की गिनती शुरू हुई जिसके बाद ईवीएम के मतों की गिनती शुरू होगी।
चुनाव आयोग के मुताबिक 690 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना हो रही है। जिसके लिए 671 मतगणना पर्यवेक्षक, 130 पुलिस पर्यवेक्षक और 10 विशेष पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित जिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना चल रही है, उसपर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। सुबह 10 बजे के बाद शुरुआती रुझान आने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश: किसके सिर सजेगा ताज
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के लिए विधानसभा की 403 सीटों के लिए मतगणना शुरू हो गई है। पोस्टल बैलेट के साथ शुरुआत हुई है जिसमें भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा को दोबारा बहुमत मिलने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश में कुल सात चरणों में मतदान हुए थे।
पंजाब: कांटे की टक्कर
पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए मतों की गिनती शुरू हो गई है। यहां शुरुआत में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले की तस्वीर उभरकर सामने आ रही है। अकाली दल और बीएसपी गठबंधन के साथ-साथ कई स्थानों पर भाजपा भी इस मुकाबले को बेहद दिलचस्प बना रही है। एग्जिट पोल में पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बहुमत का दावा किया गया था।
उत्तराखंड: भाजपा की होगी सत्ता में वापसी?
उत्तराखंड की 70 विधासनभा सीटों की मतों की गिनती गुरुवार सुबह 08 बजे शुरू हो गई। शुरुआती दौर में पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है जिसमें भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले की पटकथा तैयार होती दिख रही है। भाजपा दोबारा सत्ता में वापसी को लेकर आश्वस्त दिख रही है और एग्जिट पोल में भी भाजपा की सत्ता में वापसी का दावा किया गया था।
गोवा और मणिपुर: किसके हाथ चुनावी बाजी
गोवा विधानसभा की 40 सीटों और मणिपुर विधानसभा की 60 सीटों के लिए मतों की गिनती शुरू हो चुकी है। गोवा में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। यहां टीएमसी भी काफी अच्छा कर रही है। जबकि मणिपुर में भाजपा सबसे आगे है जबकि उसके मुकाबले कांग्रेस पिछड़ती दिख रही है।