नई दिल्ली, 09 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में हिंसा मुक्त मतगणना सुनिश्चित करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेतृत्व की कथित उकसाने वाली बयानबाजी पर आपत्ति जताई और आयोग से संवैधानिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं रखने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया।
चुनाव आयोग के मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव आने वाली हार को देखते हुए पूरी तरह से हताश हो गए हैं। उन्होंने कल ऐसी भाषा का प्रयोग किया जो लोकतंत्र के लिए खतरे का संकेत है। उन्हें जनता के मत को स्वीकार करना चाहिए। लोगों को हिंसा के लिए उकसाना की एक जिम्मेदार नेतृत्व से अपेक्षा नहीं की जाती है।
प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी और जी. किशन रेड्डी शामिल थे।
प्रधान ने कहा कि कल वाराणसी में हुई घटना निंदनीय है। पूरी प्रक्रिया के साथ मतदान वाली ईवीएम को सुरक्षित रखा गया है। प्रशिक्षण के लिए उपयोग आने वाली ईवीएम को आधार बनाकर हिंसा की गई। हमने चुनाव आयोग से इसके खिलाफ आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि संवैधानिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं रखने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही उत्तर प्रदेश में मतगणना हिंसा रहित होना चाहिए।