नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत कर सुझाव दिया कि उनके (पुतिन) और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच सीधे विचार विमर्श से यूक्रेन में शांति प्रयासों को बहुत मदद मिलेगी।
मोदी दुनिया के संभवतः पहले नेता हैं जिन्होंने रूस और यूक्रेन के नेताओं के बीच सीधे विचार विमर्श का सुझाव दिया है।
विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी ने यूक्रेन के बदलते हुए घटनाक्रम पर विचार विमर्श किया। पुतिन ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी विचार विमर्श के बारे में मोदी को जानकारी दी। मोदी ने दोनों पक्षों के बीच जारी विचार विमर्श का स्वागत किया तथा आशा व्यक्त की कि इससे संघर्ष समाप्त हो सकेगा।
मोदी ने यूक्रेन के सूमी नगर में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर अपनी गहरी चिंता से पुतिन को अवगत कराया। पुतिन ने मोदी को भारतीय छात्रों सहित नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारा बनाने संबंधी प्रयासों के बारे में प्रधानमंत्री को बताया।
हाल के दिनों में मोदी ने यूक्रेन के संकट के बारे में पुतिन से कई बार विचार विमर्श किया है।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की थी तथा यूक्रेन में संघर्ष से उत्पन्न मानवीय संकट पर विचार विमर्श किया था।
मोदी ने 20 हजार से अधिक भारतीय नागरिकों को वहां से बाहर निकालने के लिए यूक्रेन के अधिकारियों की मदद के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने अभी भी वहां फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उनकी सुरक्षित निकासी पर जोर दिया था।