CISF Celebrate : सीआईएसएफ मनायेगा अपना 53वां स्थापना दिवस

नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) 6 मार्च को सीआईएसएफ परिसर इंदिरापुरम, गाजियाबाद में अपना 53वां स्थापना दिवस-2022 मनायेगा। जिसके मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह होंगे। कार्यक्रम में वह परेड की सलामी लेंगे। सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, स्थापना दिवस का कार्यक्रम करीब 09:15 बजे शुरू होगा, जो करीब ढाई घंटे तक चलेगा।

कार्यक्रम के दौरान एक आकर्षक परेड, अलंकरण समारोह और बल की क्षमता का प्रदर्शन करने वाले विभिन्न प्रदर्शनों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा खास यह है कि महिला दिवस से पहले उक्त कार्यक्रम में महिला टुकड़ियों सहित दस (10) टुकड़ियों वाली परेड सीआईएसएफ की व्यावसायिकता, क्षमता और सटीकता का प्रतिबिंब प्रदर्शित करेगी।

कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस के अवसर पर गृह मंत्री सीआईएसएफ के 15 अधिकारियों/कार्मिकों को पदकों से अलंकृत करेंगे, जिन्हें वीरता के लिए पुलिस पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति अग्निशमन सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।

मुख्य आकर्षण महिला कर्मियों द्वारा प्रदर्शित किया जाने वाला डेमो

परेड के फैलाव के बाद, सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा बल की पेशेवर योग्यता को प्रदर्शित करने वाले निम्नलिखित प्रदर्शन प्रस्तुत किए जाएंगे। इसमें मुख्य आकर्षण महिला कर्मियों द्वारा प्रदर्शित किया जाने वाला डेमो होगा। सीआईएसएफ के विशेष रणनीति और प्रशिक्षण विंग (एसटीटीडब्ल्यू) की महिला कर्मियों द्वारा डेमो व सीआईएसएफ की बहादुर महिलाएं दिल्ली मेट्रो रेल में होने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं के जवाब में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगी।

यह होंगे मुख्य प्रदर्शन

-वाहन हस्तक्षेप (बस और कार), यातायात वार्ता और ईडीडी, फिसलन और रैपलिंग और मेट्रो हस्तक्षेप (ऑपरेशन के बाद की कार्रवाई)। इसके साथ ही सीआईएसएफ फायर विंग द्वारा फायर डेमो एक हाइड्रोकार्बन इंस्टॉलेशन में होने वाली कई आग की घटनाओं को दर्शाता है जो ज्वलनशील गैस के रिसाव और संचय के कारण विस्फोट और आग की ओर ले जाती है। फायर विंग का मुख्य आकर्षण पानी से तिरंगा बनाना होगा।

उल्लेखनीय है कि 13 अगस्त 1968 को सीआईएसएफ विधेयक संसद द्वारा पारित किया गया था, और अधिनियम 10 मार्च 1969 को लागू हुआ, जिसके परिणामस्वरूप सीआईएसएफ का निर्माण हुआ। शुरुआत में केवल तीन बटालियनों की ताकत के साथ, सीआईएसएफ को दो उपक्रमों, आरसीएफएल, मुंबई (1 नवंबर, 1969) और बीएसएल बोकारो (2 नवंबर, 1969) में शामिल किया गया था।

पिछले 52 वर्षों के दौरान, सीआईएसएफ ने अपनी विश्वसनीयता और क्षमता में कई गुना वृद्धि की है। वर्तमान में 1,64,000 से अधिक कर्मियों की ताकत के साथ, सीआईएसएफ 65 हवाई अड्डों, बंदरगाहों, परमाणु और अंतरिक्ष प्रतिष्ठानों, दिल्ली मेट्रो, इस्पात और बिजली संयंत्रों आदि सहित देश के 354 महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करता है। विशेष सुरक्षा समूह ( सीआईएसएफ का एसएसजी) 162 विभिन्न श्रेणियों के सुरक्षा प्राप्त लोगों को सुरक्षा प्रदान करता है। सीआईएसएफ 108 इकाइयों को फायर सर्विस कवर भी प्रदान कर रहा है।

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