नैनीताल, 02 मार्च (हि.स.)। रूसी सेना के खारकीव में हमले तेज करने से वहां फंसे भारतीय विद्यार्थियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। इसी का परिणाम रहा कि कल एक भारतीय छात्र नवीन की खारकीव में रूसी हमले में मौत हो गई थी। अब उन्हीं के कॉलेज में पढ़ने वाली उत्तराखंड के नैनीताल की आयुषी जोशी व उसकी सहेलियां अपने रिस्क पर रेलगाड़ी से लवीव होते हुए सुरक्षित यूक्रेन से बाहर पोलैंड पहुंच गई हैं।
उधर, नगर के एक अन्य छात्र राहुल रावत कल ही सुरक्षित रोमानिया पहुंच गया है और हवाई अड्डे से कुछ दूरी पर हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि आज या कल, जब भी नंबर आएगा। भारत लौट आएंगे।
उन्होंने कल शाम अपने मामा और नगर के पत्रकार शीतल तिवारी को बताया कि खारकीव में रूसी सेना घुस चुकी है। वह लगातार गोलीबारी कर रही है। उनके पास खाने का सामान खत्म हो गया है। उसने कल से कुछ भी नहीं खाया। कल खाना लेने के कारण ही उनके साथ ही हॉस्टल में रहने वाले सीनियर छात्र नवीन की मौत हो गई थी। बाहर लगातार गोलीबारी हो रही है। एक-एक घंटे के लिए गोलीबारी रुक रही है। इस बीच वह लवीव के लिए निकल रही है। ऐसे में रिस्क लेना ही पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन उनके अपार्टमेंट व जहां बंकर में वह पिछले छह दिनों से रुकी है, वहां से ढाई-तीन किलोमीटर दूर है। वहां टावर भी ब्लास्ट में ध्वस्त हो गये हैं। इसलिए मोबाइल नेटवर्क भी आ-जा रहे हैं। आज संक्षिप्त वार्ता में बताया कि वह रेलगाड़ी से लवीव के लिए अपनी दोस्त के साथ निकल गई और लवीव से तीन गुने किराये में टैक्सी पोलैंड पहुंच गई हैं। वहां भारतीय दूतावास के अधिकारियों से बातचीत कर प्रयास चल रहे हैं कि किसी तरह जल्दी भारत लौट आएं।