नई दिल्ली, 2 मार्च (हि.स.)। कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की संख्या पर जारी लैंसेट की रिपोर्ट को खारिज करते हुए केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे एक सुनियोजित षड़यंत्र बताया। बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में स्मृति ईरानी ने कहा कि इस तरह के भ्रामक आंकड़े जारी कर लैंसेट देश में डर का माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है। देश में कोरोना से कुल एक लाख 53 हजार 827 बच्चे अनाथ हुए हैं। इन सभी बच्चों को पीएम केयर के तहत सहायता दी जा रही है। अभी तक 4,065 बच्चों को सहायता दी जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि लैंसेट पत्रिका में ने एक अप्रैल 2020 से अब तक किए सर्वे में बताया है कि भारत में कोरोना से 19 लाख बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया है। स्मृति ईरानी ने कहा कि कोरोना से हुई मौत की जांच राज्य स्तर और केन्द्र स्तर पर की जा रही है। ऐसे में आंकड़ों में गड़बड़ी की संभावना नहीं है। लैंसेट के आंकड़े निश्चित तौर पर सिर्फ लोगों के बीच भय का माहौल बनाने के लिए किया गया है।
एनसीपीसीआर ने जताई आपत्ति
राष्ट्रीय बाल आयोग ने कोरोना काल में अपने अभिभावकों को खोने वाले बच्चों की रिपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय संस्था लैंसेट के आंकड़ों पर कड़ी आपत्ति जताई है। इसके लिए आयोग ने लैंसेट के एडिटर का पत्र लिखकर सात दिन के भीतर आंकड़ों के आधार स्रोत और शोध रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग का दावा है कि सघन निगरानी और सतत कार्य के चलते इस तरह के बच्चों के आंकड़े पारदर्शी और राज्यों से मिले हुए हैं। लिहाजा इसमें गड़बड़ी की गुंजाइश की संभावना हो ही नहीं सकती।