नई दिल्ली, 02 मार्च (हि.स.)। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन में जारी युद्ध के दौरान वहां से अब तक 3,352 भारतीय नागरिक और छात्र स्वदेश लौट आये हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार को बताया कि उनका अनुमान है कि 17 हजार भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि आपरेशन गंगा के तहत अब तक 15 उड़ानों के जरिए 3,352 भारतीय नागरिक और छात्र स्वदेश आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि आपरेशन गंगा के तहत उड़ानें तेजी से बढ़ाई जा रही हैं। भारतीय वायु सेना का विमान सी-17 बुखारेस्ट (रोमानिया) से आपरेशन गंगा में शामिल हो गया है। इस विमान की आज रात में दिल्ली लौटने की उम्मीद है। बुडापेस्ट (हंगरी), बुखारेस्ट (रोमानिया) और पोलैंड से आज तीन और भारतीय वायुसेना की उड़ानें शुरू की जाएंगी।
प्रवक्ता ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन के शहरों में हालात चिंताजनक हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए हम रूस के साथ भी संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि रूस से मिली जानकारी के आधार पर भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में अपने नागरिकों को एडवायजरी जारी कर जल्द से जल्द खार्किव से बाहर जाने के लिए कहा है। एडवायजरी में कहा गया है कि भारतीय नागरिक और छात्र जल्द से जल्द खार्किव छोड़कर निकल जायें।
बागची ने कहा कि हम अपनी टीम के पूर्वी यूक्रेन तक पहुंचने के लिए सभी विकल्प तलाश रहे हैं। यूक्रेन में दवा, उपकरण, सोलर लैंप, टेंट के रूप में मानवीय सहायता भेजी जा रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन सीमा के पास के कस्बों में भारतीयों के लिए समुचित व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही स्लोवाक और हंगरी सीमा क्रॉसिंग के जरिये भारतीय छात्रों और अन्य लोगों को बाहर निकालने का काम तेजी से चल रहा है। बागची ने बताया कि यूक्रेन में रहने वाले एक भारतीय नागरिक चंदन जिंदल की स्वाभाविक मृत्यु हुई है और उनका परिवार भी यूक्रेन में है।