बेंगलुरु, 01 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन में जारी युद्ध के दौरान हुई गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरगौड़ा ज्ञानगौदर के पिता से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आज फोन पर बातचीत कर शोक संवेदना व्यक्त की।
एमबीबीएस के चौथे वर्ष के छात्र नवीन शेखरगौड़ा ज्ञानगौदर (21) ने आज सुबह यूक्रेन के खार्किव शहर में रूसी सेना की गोलाबारी में दम तोड़ दिया। वह राज्य के हावेरी जिले के रहने वाले हैं।
यहां पहुंचने वाली खबरों के अनुसार यह दुखद घटना उस समय हुई, जब मेडिकल छात्र खार्किव से करीब 10 किलोमीटर दूर मुद्रा विनिमय केंद्र गया हुआ था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि गहरे दुख के साथ हम पुष्टि करते हैं कि आज सुबह खार्किव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की जान चली गई। मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
बागची ने कहा कि भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृगंला ने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को तलब कर उनसे इस बात को दोहराया है कि भारतीय छात्र और राजदूतों को सुरक्षित निकलने के लिए रास्ता उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन में मौजूद भारतीय राजदूत भी छात्रों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज टेलीफोन कर नवीन शेखरगौड़ा ज्ञानगौदर के पिता से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें सांत्वना दी और ढांढस बधाया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शेखरगौड़ा को फोन करके दिवंगत छात्र नवीन के पिता को फोन पर घटना की जानकारी दी और संवेदना व्यक्त की। सीएम ने उन्हें दिवंगत नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए चल रहे सभी प्रयासों की सूचना दी।
मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में परिवार के सदस्यों को भी सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय के साथ प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने घटनाक्रम की जानकारी होने पर एक ट्वीट में शोक व्यक्त किया। उन्होंने अन्य सभी भारतीय छात्रों की सुरक्षा की भी कामना की और फंसे हुए छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए आवश्यक उपाय करने का सरकार से आग्रह किया।
हर दिन 2-3 बार फोन करते थे नवीनः दिवंगत छात्र नवीन के पिता शेखरगौड़ा ने बताया, “नवीन रोज दो-तीन बार फोन करता था। उसने मुझे आज भी फोन किया था।” फिलहाल अचानक हुए इस हादसे के बाद परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है और सभी गमजदा हैं।