Ukraine Trapped District Magistrate : यूक्रेन से निशुल्क घर पहुंची सहरसा की छात्रा अताखा

सहरसा, 01 मार्च (हि.स.)। रूस के साथ चल रही जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र दहशत में हैं। केन्द्र सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। ऐसे में सरहसा के वार्ड 38 की एक छात्रा अताखा खुर्शीद सकुशल वापस अपने घर पहुंच गई। अताखा ने यूक्रेन से आने कोई खर्च न होने की बात कही है।

जिलाधिकारी आनंद शर्मा एवं एसपी लिपि सिंह ने उसके आवास पर पहुंच कर गुलदस्ता देकर छात्रा का स्वागत किया और वहां की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने बताया कि अबतक यूक्रेन में सहरसा के नौ छात्र व छात्राओं के होने की जानकारी मिली है। सहरसा बस्ती के मो. खुर्शीद आलम की पुत्री अताखा खुर्शीद वापस आ गई है, जबकि अन्य आठ बच्चों के लिए जिला प्रशासन वहां के दूतावास से लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से पटना या अन्य शहर में उन्हें हवाई जहाज से लाया जा रहा है और उसके बाद बच्चों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। सहरसा के मो खुर्शीद आलम की पुत्री अताखा खुर्शीद यूक्रेन में फर्स्ट ईयर एमबीबीएस में उजुल मेडिकल नेशनल यूनिवर्सिटी में पढ़ रही थी। अताखा ने बताया कि रूस हमले के बाद वह काफी सहम गई थी। जब 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो उस दिन एग्जाम था। रूस के ताबड़तोड़ हमला से डरे सभी किसी तरह अपनी जान बचाकर बंकर में शरण ली। उसने बताया कि हमले से परेशान उन लोगों ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया। इस पर भारतीय दूतावास ने फोन से सूचना दी गई कि आप लोग यूक्रेन के वेस्टर्न इलाके से 25 किलोमीटर दूर हंगरी के बुडापेस्ट पहुंचें। अताखा ने बताया कि उसके पास पैसे की तंगी थी, तब उसने फोर्थ ईयर के छात्र बड़े भैया से 50 डालर लिया एवं बस से हंगरी पहुंची। उसने एक सवाल के जवाब में बताया कि भारतीय दूतावास ने उन्हें रेस्क्यू कर एयर इंडिया के विमान से बिना कोई पैसे लिए दिल्ली पहुंचाया। इसके बाद उसे बगैर किसी खर्चे के पटना लाया गया और वहां से सरकारी टैक्सी से घर पहुंची।

उसके साथ पटना की एक छात्रा भी आई है। अताखा ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों भी जल्दी भारत लाने की मांग की। अताखा ने कहा कि उसे वापस लाने के लिए पूरा परिवार भारत सरकार का शुक्रगुजार है।

अताखा के छोटे भाई मार्स ने बताया कि जब से रूस के यूक्रेन पर हमले की सूचना मिली, तब से हमारा पूरा परिवार परेशान था। तीन भाई बहनों में अताखा सबसे बडी है।

इस मौके पर कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद आदित्य कुमार, वार्ड पार्षद मो अशरफ हुसैन, मीर नईम अली, मीर इमरान, मीर तनवीर, मीर काजीम, शेर अफगान मिर्जा, जियाउर रहमान, मो अकबर हुसैन, कारी असलम, हाफिज मो जमील उद्दीन, मो इसराइल राईन सहित अन्य मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में बिहार के लगभग चार सौ छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *