न्यूयार्क, 29 जनवरी (हि.स.)। लेबनान के लिए पिछला एक साल युवाओं के लिए मुसीबत भरा रहा। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष द्वारा शुक्रवार को प्रकाशित की गयी नयी रिपोर्ट में कहा गया है कि लेबनान में हर दस में चार युवाओं को पिछले एक साल की अवधि के दौरान भोजन, दवा और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये, शिक्षा पर अपने खर्च में कटौती करनी पड़ी। इस दौरान एक तिहाई युवा अपनी पढ़ाई पूरी तरह से छोड़ने के लिये मजबूर हुए ।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की इस नई रिपोर्ट में व्यथित कर देने वाले आंकड़े सामने आए हैं। वर्ष 2020 में 4 अगस्त को लेबनान की राजधानी बेरूत में बंदरगाह पर हुए धमाके में भारी तबाही हुई थी। इस घटना में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी, हजारों लोग घायल हुए और बड़ी संख्या में घर क्षतिग्रस्त हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक इस घटना के बाद देश को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। देश में बच्चे स्कूल छोड़ने को विविश हैं। उन्हें जीवित रहने व परिवार के गुजर-बसर के लिए बेहद कम वेतन में अनियमित रोजगार अपनाना पड़ रहा है।
रिपोर्ट का दावा है कि लेबनान के 31 प्रतिशत युवा शिक्षा, रोजगार या किसी प्रकार के प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं हैं। स्कूल छोड़ने की गवाही शैक्षणिक संस्थानों के आंकड़े दे रहे हैं। जहां वर्ष 2020-21 में पंजीकरण 60 प्रतिशत था, जो अब घटकर 43 प्रतिशत रह गया है। इस कारण पहले से ही कम रोजगार के अवसरों में प्रतिस्पर्द्धा बढ़ रही है।