Yaba : याबा टैबलेट के साथ गिरफ्तार युवक, पुलिस की भूमिका पर जनता के मन में संशय

तेलियामुरा, 28 जनवरी । खोवाई जिले के तेलियामुरा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 के निवासियों ने एक युवक को याबा टैबलेट के साथ पुलिस को सौंप दिया है। हालांकि, किसी अज्ञात कारण से पुलिस गिरफ्तार युवक के बारे में अपना मुंह नहीं खोलना चाहता है। घटना शुक्रवार दोपहर वार्ड 15 में साहा बेकरी के पास हुई।


स्थानीय लोगों के अनुसार मादक पदार्थों की तस्करी का मुख्य पांडा राकेश बानिक और पुलिस की मिलीभगत से करीमगंज और सिलचर से याबा समेत विभिन्न नशीले पदार्थों की तस्करी चल रहा है। राकेश बानिक उर्फ कुडू ने वार्ड नंबर 15 निवासी भूषण देबनाथ का इस्तेमाल युवा पीढ़ी को तबाह करने में इस्तेमाल होने वाले नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए करता है।
आज स्थानीय लोगों को विशेष सूचना मिली कि भूषण ट्रेन में सवार होकर पड़ोसी राज्य से ड्रग्स तस्करी के लिए त्रिपुरा ला रहे हैं। उस हिसाब से स्थानीय लोग भूषण को ड्रग्स के साथ रंगेहाथ पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन छुपे होए थे। लेकिन, भूषण उनकी आंखों में धूल झोंककर भाग गए। युवक वहां से भाग गया और तेलियामुरा अनुकुल टैगोर आश्रम से सटे इलाके में राकेश बानिक के घर में शरण ली।


वहां कुछ देर इंतजार करने के बाद भूषण नशीले पदार्थ को निर्धारित स्थान पर पहुंचाने के लिए निकले। हालांकि आज शाम स्थानीय लोगों ने उसे नशीले पदार्थों के साथ रंगेहाथ पकड़ लिया। उसके पास से याबा टैबलेट के 15 पैकेट बरामद किए गए। स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।


स्थानीय लोगों के मुताबिक भूषण को पिटाई के बाद मादक पदार्थ तस्करी के मुख्य पांडा का नाम स्वीकार किया है। हालांकि, किसी अज्ञात कारण से पुलिस ने भूषण को लेकर अपना मुंह बंद रखा। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस का सहयोग हमेशा उपलब्ध नहीं होता है। नतीजतन, नशे की लत से युवा पीढ़ी को बचाना मुश्किल हो गया।

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