नई दिल्ली, 28 जनवरी (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा है कि देश की विशाल आबादी के बावजूद कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान ने वैश्विक सफलता के नए आयाम तय किए हैं। देश में करीब 95 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी ने पहली खुराक और 74 प्रतिशत से अधिक ने कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक ले ली है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण अभियान को और बढ़ावा देने के लिए, इस महीने से एहतियाती खुराक और बच्चों का टीकाकरण शुरू कर दिया है। अब तक 60 फीसदी से ज्यादा 15-18 साल के बच्चों ने टीके की पहली खुराक ले ली है।
डॉ मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को आठ दक्षिणी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से समीक्षा बैठक की। दक्षिणी राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ लक्षद्वीप शामिल थे। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी भी मौजूद थे।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोरोना प्रबंधन के लिए केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित हुआ है। आपसी समझ, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और सहयोगी भावना ने इस महामारी से लड़ने में मदद की है। टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण और कोरोना के खिलाफ उचित व्यवहार के पालन की पांच रणनीति पर जोर देने में राज्यों की भूमिका अहम रही है।
अधिक टेली-परामर्श केंद्र खोलने पर रहे जोर
डॉ. मनसुख मंडाविया ने दूर-दराज के क्षेत्रों के साथ पृथकवास में रहने वालों की सुविधा के लिए देश में टेली-परामर्श और टेली-मेडिसिन केन्द्र खोलने पर जोर दिया। टेली-परामर्श केन्द्र की भूमिका पर उन्होंने कहा कि यह केन्द्र न केवल कोरोना महामारी के दौरान, बल्कि अन्य बीमारियों के इलाज में भी मदद कर रहे हैं। जैसे केरल में कैंसर, मधुमेह प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य आदि के लिए टेली-मेडिसिन केंद्र उपयोगी साबित हो रहे हैं। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक ने बहुत बड़ी संख्या में टेली-परामर्श के साथ ई-संजीवनी में अच्छी प्रगति दिखाई है।
ईसीआरपी-2 पैकेज का उपयोग करें राज्य
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ईसीआरपी-2 पैकेज के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि कुछ राज्यों ने इस बजट के उपयोग से स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है। लेकिन कुछ राज्य इसमें पीछे हैं। वे भी स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए स्वीकृत धन, अन्य राज्य भी ईसीआरपी- 2 के तहत भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा कर सकते हैं और प्रगति में तेजी ला सकते हैं। ईसीआरपी के तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को धन उपलब्ध कराया गया है और 31 मार्च, 2022 से पहले इसका उपयोग करने की आवश्यकता है।