निजी कंपनी के रूप में टाटा ग्रुप की हुई एयर इंडिया, हस्तांतरण के साथ ही पूरी हुई विमानन कंपनी के विनिवेश की प्रक्रिया

नई दिल्ली , 27 जनवरी (हि.स.)। टाटा ग्रुप ने आज देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी एयर इंडिया को टेकओवर कर लिया। इसके साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र की ये विमानन कंपनी आज से निजी कंपनी के रूप में बदल गई। एयर इंडिया के टेकओवर की प्रक्रिया पूरी हो जाने की पुष्टि खुद टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने की। इसके साथ ही सरकार के विनिवेश विभाग की ओर से भी एयर इंडिया के टेकओवर की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की गई है।

सरकार द्वारा टाटा ग्रुप को एयर इंडिया का हस्तांतरण किए जाने की पुष्टि करते हुए टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने स्पष्ट किया कि टाटा ग्रुप के पास इस विमानन कंपनी का स्वामित्व वापस आ जाने से पूरे ग्रुप में खुशी है। अब टाटा ग्रुप उड्डयन क्षेत्र की इस विमानन कंपनी को विश्वस्तरीय कंपनी बनाने की दिशा में काम करेगा। चंद्रशेखर ने आज दोपहर में ही एयर इंडिया के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूर्ण होने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।

विनिवेश विभाग के सचिव तुहीन कांत पांडे ने भी सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी ने बताया है कि एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इसके तहत कंपनी के शेयर टैलेस प्राइवेट लिमिटेड के पक्ष में ट्रांसफर कर दिए गए हैं। अब इस कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी नहीं रह गई है। टैलेस प्राइवेट लिमिटेड टाटा ग्रुप की इकाई है और ग्रुप ने एयर इंडिया के संचालन की जिम्मेदारी इसी इकाई को सौंपी है।

एयर इंडिया के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले कंसोर्टियम ने भी स्पष्ट किया है कि एयर इंडिया के संचालन के लिए टाटा ग्रुप को वर्किंग कैपिटल के रूप में कितनी राशि की जरूरत होगी, वो उसे लोन के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। एसबीआई की अगुवाई वाले कंसोर्टियम के इस ऐलान के बाद अभी तक घाटे में चल रही एयर इंडिया के संचालन के लिए जरूरी फंड का भी आसानी से इंतजाम होने की संभावना बन गई है।

गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी एयर इंडिया मौजूदा समय में घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय वायु मार्ग पर कई महत्वपूर्ण उड़ानों का संचालन करती है। भारी नुकसान का सामना करने की वजह से पिछले कुछ समय से इन उड़ानों के संचालन और इनकी गुणवत्ता पर कुछ नकारात्मक भी असर पड़ा था। अब टाटा ग्रुप के पास एयर इंडिया का मालिकाना हक आ जाने के बाद इस बात की उम्मीद की जा रही है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सफर करने वाले मुसाफिरों को एयर इंडिया से बेहतरीन सुविधा मिल सकेगी।

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