नई दिल्ली, 26 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि रेलवे-एनटीपीसी और ग्रुप डी के परीक्षार्थियों के केन्द्र सरकार को बात करनी चाहिए। बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जिस तरह से पुलिस ने परीक्षार्थियों को पीटा है, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
प्रियंका ने उग्र युवा परीक्षार्थियों से भी अनुरोध किया कि वह शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखें। प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं से अपील करते हुए प्रियंका ने कहा कि सत्याग्रह में बहुत ताकत होती है। शांतिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह के मार्ग पर चलते रहिए। प्रियंका ने कहा कि रेलवे-एनटीपीसी व ग्रुप डी परीक्षा से जुड़े युवाओं पर हुए दमन की जितनी निंदा की जाए कम है। सरकार को तुरंत दोनों परीक्षाओं से जुड़े युवाओं से बात करके उनकी समस्याओं का हल निकालना चाहिए।
प्रियंका ने कहा कि छात्रों के हॉस्टलों में घुसकर तोड़-फोड़ और सर्च की पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगाई जानी चाहिए और गिरफ्तार छात्रों को रिहा किया जाए। कांग्रेस नेता ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया कि विरोध प्रदर्शन करने के चलते उनको नौकरी से प्रतिबंधित करने वाला आदेश भी वापस लिया जाए।
उल्लेखनीय है कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) की परीक्षा के परिणामों में छात्रों ने धांधली का आरोप लगाया है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश और बिहार में कुछ युवाओं ने उग्र प्रदर्शन भी किया। बिहार में तो एक ट्रेन को युवाओं ने आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद पुलिस को भी कई जगहों पर बल प्रयोग करना पड़ा। प्रयागराज में हॉस्टल में घुसकर पुलिस के मारने की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसका कई विपक्षी दलों ने विरोध किया है।