मुंबई, 26 जनवरी (हि.स.)। फिल्म निर्माता सुनील दर्शन की शिकायत पर दुनिया के सबसे विशाल सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई सहित छह अधिकारियों के विरुद्ध बुधवार को मुंबई के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में कॉपीराइट उल्लंघन एक्ट के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। फिल्म मेकर सुनील दर्शन का आरोप है कि यूट्यूब पर उनकी फिल्म ‘एक हसीना थी एक दीवाना था’ का कॉपीराइट उल्लंघन किया गया है। इस फिल्म के गीतों और दृश्यों को बिना उनकी अनुमति के गूगल में अपलोड कर करोड़ों रुपये की कमाई की गई।
एमआईडीसी पुलिस स्टेशन ने सुंदर पिचाई के खिलाफ यह एफईआर स्थानीय अदालत के आदेश पर दर्ज की। दर्शन ने पुलिस पर एफआईआर दर्ज न करने का दावा करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। फिल्म निर्माता सुनील दर्शन का कहना है कि यूट्यूब पर कई यूजर्स उनके एक्सक्लूसिव कंटेंट को यूज कर रहे हैं। इससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। इस पर पुलिस ने कॉपीराइट एक्ट की धारा 51, 63 और 69 के तहत एफआईआर दर्ज की है।
सुनील दर्शन का दावा है कि उन्होंने अपनी फिल्म को कहीं भी अपलोड नहीं किया है। न ही दुनिया में किसी को बेचा है। बावजूद इसके उसे यूट्यूब पर लाखों बार देखा गया। वह गूगल से इस फिल्म को प्लेटफॉर्म से हटाने का अनुरोध करते रहे। दर-दर भटके। निराश होने पर उन्हें अदालत से इंसाफ की गुहार लगानी पड़ी। एक अरब से ज्यादा बार कॉपीराइट उल्लंघन के उनके पास रिकॉर्ड हैं। वह टेक्नोलॉजी को चुनौती नहीं देना चाहते। लेकिन, टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग रुकना चाहिए।
इस बारे में सुनील दर्शन के वकील आदित्य ने कहा है कि यूट्यूब-गूगल और उसके अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन शिकायतों को नजरअंदाज किया गया।इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स का अवैध रूप से यूज कर लगातार कमाई की गई।