नई दिल्ली, 25 जनवरी (हि.स.)। देश के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों में इस बार पद्मभूषण के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत) और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (मरणोपरांत) का नाम शामिल है। इसके अलावा कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
देश के सबसे प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों में वर्ष 2022 के लिए 128 हस्तियों को चुना गया है। इनमें चार पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्मश्री शामिल हैं। इनमें 34 महिलाएं और 10 व्यक्ति भारत से बाहर रहने वाले हैं साथ ही 13 को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है।
पद्म विभूषण के लिए कला के क्षेत्र में गायिका प्रभा अत्रे, साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में राधेश्याम खेमका (मरणोपरांत), सिविल सर्विसेज में जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत) और राजनीतिक क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (मरणोपरांत) को चुना गया है।
पद्मभूषण के लिए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य, कोविड-19 से जुड़ी वैक्सीन बनाने वाले सिरम इंस्टीट्यूट के साइरस पूनावाला व भारत बायोटेक के कृष्णा और शुचिता एला का नाम शामिल है। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्य नारायण नडेला, गूगल के प्रमुख सुंदर पिचई, पूर्व गृह सचिव राजीव महर्षि, पैरा ओलंपिक देवेंद्र झाझरिया, टाटा सन के चेयरपर्सन नटराजन चंद्रशेखरन, पंजाब की लोक गायक गुरमीत बावा (मरणोपरांत), पश्चिम बंगाल के अभिनेता विक्टर बैनर्जी और अमेरिका की टीवी प्रस्तुतकर्ता मधुर जाफरी का नाम शामिल है।
साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में ओडिशा से प्रतिभा राय, गुजरात से स्वामी सच्चिदानंद और उत्तर प्रदेश से वशिष्ठ त्रिपाठी का नाम भी पद्मभूषण में शामिल है।
पद्मश्री पाने वालों में ओलंपिक स्वर्ण विजेता नीरज चोपड़ा और गायक सोनू निगम का नाम भी शामिल है।