शिमला, 25 जनवरी (हि.स.)। बहुर्चचित शराबकांड के बाद सरकार और आबकारी विभाग हरकत में है।कांगड़ा जिले के पालमपुर में मंगलवार को नौ हजार पेटी अवैध शराब पकड़ी गई है। इसके अलावा राज्य के हमीरपुर में एक बार का लाइसेंस रद्द कर दिया गया। यह जानकारी राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त यूनुस ने दी। इस संबंध में संबंधित ठेकेदारों और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त के मुताबिक सोमवार और मंगलवार को पालमपुर तहसील के राजपुर टांडा में अंग्रेजी शराब के थोक विक्रेता एल-1 के गोदाम का निरीक्षण किया गया। स्टाक का रिकार्ड खंगालने में हेराफेरी सामने आई। राजपुर टांडा में ही देसी शराब के थोक गोदाम एल-13 का भी निरीक्षण किया गया। यहां लगभग 7000 पेटी शराब ज्यादा मिली। यह शराब की पेटी जोगिंदरनगर स्थित बाॅटलिंग प्लांट में निर्मित हैं। गोदाम को सील कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि राजपुर टांडा में ही एक देसी शराब का अवैध गोदाम पकड़ा गया है। इसमें 1656 पेटी प्योर संतरा ब्रांड की शराब मिली। यह भी जोगिंदरनगर स्थित बाॅटलिंग प्लांट में निर्मित है। आबकारी अधिनियम की धारा 39 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराई गई है। इन दोनों मामलों में बिना एक्साइज ड्यूटी के भुगतान वाली देसी शराब भी पकड़ी गई है।
आयुक्त यूनुस के मुताबिक 21 जनवरी को हमीरपुर में पुलिस ने होटल के कमरे से आठ पेटी अवैध शराब (वीआरवी फूल्स) पकड़ी थी। मंगलवार को भी होटल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान यहां रखी विभिन्न ब्रांड की शराब और लाइसेंस के साथ मिलान किया गया। इनमें से अलग-अलग अंग्रेजी शराब के ब्रांड की 16 बोतलें नॉट फाॅर सेल इन हिमाचल हैं। 2000 मिलीलीटर की तीन बोतलें अलग-अलग ब्रांड की भी मिली हैं। यहां के बार को सील कर लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। पालमपुर तहसील की खुदरा शराब की दुकानों का भी निरीक्षण जारी है। मंडी के जोगिंदरनगर स्थित गलु में बाॅटलिंग प्लांट का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। आरोपित अधिकारी के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह प्रदेश में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो चुकी है। 20 से अधिक लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।