नई दिल्ली 25 जनवरी (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी है। अपने संदेश में बिरला ने कहा कि हमारे संविधान के माध्यम से आज भी 135 करोड़ भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण किया जा रहा है।
बिरला ने अपने संदेश में कहा कि भारत में लोकतंत्र हजारों वर्षों से हमारी सोच और जीवन शैली में रहा है । 26 जनवरी 1950 को संविधान के अंगीकरण के साथ हमने अपनी इसी प्राचीन जीवन पद्धति को अपनी प्रगति और विकास का आधार बनाया।
भारत में लोकतंत्र की यात्रा की चर्चा करते हुए बिरला ने कहा कि लोकतंत्र की यात्रा में देश ने जिस प्रकार निरंतर प्रगति की है, जिस प्रकार एकता की भावना से हम आगे बढे हैं, उसमें हमारे संविधान का सबसे बड़ा योगदान है जो 7 दशकों के बाद भी समय की हर कसौटी पर खरा उतरा है। आज हम अपने अधिकारों ही नहीं बल्कि राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति भी सचेत हैं। भारत विश्व का सबसे बड़ा और प्राचीन ही नहीं, बल्कि सबसे जीवंत और सशक्त लोकतंत्र भी है जिसमें जनता की व्यापक भागीदारी है। आज जब देश ‘अमृत महोत्सव’ मना रहा है तो यही जनशक्ति हमें देश और मानवता के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयासरत रहने की प्रेरणा दे रही है।
इस अवसर पर बिरला ने कहा कि आज हमारे लिए अपने राष्ट्रीय दायित्वों और संकल्पों के लिए प्रतिबद्ध होने का पर्व है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वह इस पवित्र दिवस पर संकल्प लें कि अपने कार्यों, अपने सामूहिक प्रयासों एवं अपने योगदान से हमारे लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बनाएंगे तथा राष्ट्रसेवा के लिए स्वयं को पुन: समर्पित करेंगे।