इस्लामाबाद, 24 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान पर विपक्षी दबाव के बीच अब उनके अपने भी साथ छोड़ रहे हैं। इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी के लिए मंगलवार, 25 जनवरी को प्रस्तावित संयुक्त विपक्ष की बैठक से ठीक पहले इमरान खान के सलाहकार मिर्जा शहजाद अकबर ने इस्तीफा दे दिया है। इसे इमरान खान की रणनीतिक विफलता माना जा रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय भीषण आंतरिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। उनके खिलाफ एकजुट विपक्ष ने 25 जनवरी को बैठक बुलाई है। इस बैठक में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर चर्चा होगी। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट इस मुहिम की अगुवाई कर रहा है। इस बैठक के बाद देशव्यापी माहौल बनाने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ एक बड़ा मार्च निकालने का भी प्रस्ताव है। दो महीने बाद इस मार्च की तैयारी भी की जा रही है।
विपक्ष की इन तैयारियों के बीच अब इमरान के अपने भी उनका साथ छोड़ने लगे हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में उठ रहे विरोध के स्वरों के बीच इमरान के आंतरिक व जवाबदेही मामलों के सलाहकार मिर्जा शहजाद अकबर ने इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे की जानकारी ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के घोषणा पत्र के अनुरूप जवाबदेही की प्रक्रिया जारी बने रहने की उम्मीद है। उन्होंने पार्टी से जुड़े रहने और अधिवक्ता के तौर पर काम करते रहने की बात भी लिखी है।