नई दिल्ली, 22 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर पर पहले कुछ परिवारों और लोगों का ही राज रहता था, किंतु अब वहां चुने हुये सदस्य जनता की सेवा कर रहे हैं। सूबे में पहले 87 विधायक, 6 सांसद और 3 परिवार ही राज करते थे। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गांव-गांव तक लोकतंत्र पहुंचा है, जिससे करीब 30 हजार चुने हुए सदस्य जनता की सेवा कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शासन को कुछ लोगों की गिरफ्त से निकाल कर जनता तक पहुंचाया है। इस दौरान शाह ने जम्मू-कश्मीर में जिला सुशासन सूचकांक जारी किया। वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सुशासन को अगर जमीनी स्तर तक पहुंचाना है तो इसके लिये जिला एक महत्वपूर्ण इकाई है और जब तक जिले में सुशासन नहीं पहुंचता, तब तक उसके कोई मायने नहीं हैं।
शाह ने कहा कि आज जारी किये गये इस जिला सुशासन सूचकांक से जिलों के बीच स्पर्धा होगी, पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी, जिसका सबसे बड़ा लाभ जम्मू-कश्मीर की आम जनता को होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह संकल्प है कि जम्मू-कश्मीर की जनता को भ्रष्टाचार-विहीन शासन मिले। यह मोदी सरकार की प्राथमिकता है, इसलिए उन्होंने जनता को बिचौलियों से मुक्त करने का काम किया है।
आगे उन्होंने कहा कि जिन विकास कार्यों को राजनीतिक दल इतने सालों में नहीं कर पाए थे और सिर्फ जनता को गुमराह करने का काम किया था, उन कार्यों को मोदी सरकार ने कर दिखाया है। शाह ने आगे कहा कि कश्मीर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिससे युवाओं को रोजगार मिलता है। लेकिन कुछ नेता नहीं चाहते कि पर्यटन बढ़े, उनका षड्यंत्र है कि युवा रोजगार से दूर रहे।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके झूठे बयानों से कुछ नहीं होने वाला है और कश्मीर पर्यटकों के आने के सभी रिकॉर्ड तोड़ेगा। शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के बजट को 9000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 21,000 करोड़ रुपये किया। युवाओं के रोजगार के लिये अनेकों शुरुआत की।
शाह ने इस केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं से अपील की कि वे नरेन्द्र मोदी सरकार के विकास के रास्ते पर चलें, क्योंकि इस राह पर जम्मू-कश्मीर को देश का सबसे विकसित राज्य बनने से कोई नहीं रोक सकता।