जिनेवा, 22 जनवरी (हि.स.)। अमेरिका और रूस के विदेश मंत्रियों के बीच स्विट्जरलैंड के जिनेवा में यूक्रेन सीमा रूसी सैन्य जमावड़े से उपजे तनाव के समाधान को लेकर बैठक शुरू हो गई है। बैठक से पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि हमारा सुरक्षा की गारंटी संबंधी प्रस्ताव बिल्कुल स्पष्ट है, हम उसी तरह का स्पष्ट जवाब चाहते हैं, जबकि उनके अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वह आशा करते हैं कि सब ठीक होगा, हमारे बीच गतिरोध नहीं पैदा होगा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपने कार्यकाल के एक साल पूरा होने पर रूस को भयंकर दुष्परिणाम की चेतावनी दे चुके हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण समय है। हम उम्मीद नहीं करते कि हमारे मतभेद यहां पर खत्म हो जाएंगे। लेकिन यह आशा जरूर है कि हमारे बीच बातचीत का सिलसिला जारी रहेगा। उस पर आगे हम कूटनीति के जरिये शांतिपूर्ण तरीके से मतभेद दूर कर लेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री ने बताया कि रूसी समकक्ष से वार्ता में वह अमेरिकी नागरिक पाल व्हेलन और ट्रेवर रीड की रिहाई का मसला भी उठाएंगे। जिसमें रूस में उनको अपराधी मानकर गिरफ्तार किया गया है और उन पर गलत मुकदमा चलाया जा रहा है।
दोनों अमेरिकी नागरिकों के मसले पर रूसी राष्ट्रपति का क्रेमलिन कार्यालय पहले ही कह चुका है कि सरकार न्यायालय के कार्य में हस्तक्षेप नहीं करती है। इसलिए जो करना है-वह न्यायालय ही करेगा।
इस बीच पश्चिमी देशों को लग रहा है कि रूसी सेना बेलारूस और क्रीमिया की सीमाओं से भी यूक्रेन पर हमला कर सकती है। इस प्रकार से यूक्रेन पर तीन तरफ से हमला बोला जा सकता है, जो यूक्रेन के लिए बेहद नुकसानदायक होगा।
जिनेवा पहुंचे रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रिबकोव ने कहा, सैन्य कार्रवाई करते समय रूस को किसी का डर नहीं होगा, अमेरिका का भी नहीं। उल्लेखनीय है कि रूस यूक्रेन को अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल किए जाने की कोशिश का विरोध कर रहा है।