ब्रेन डेड शरीर पर प्रयोग सफल, अब क्लीनिकल ट्रायल की तैयारी
वाशिंगटन, 21 जनवरी (हि.स.)। वह दिन दूर नहीं जब किसी महिला या पुरुष की किडनी खराब होने पर किसी इंसान की ही किडनी का इंतजार खत्म हो जाएगा। वैज्ञानिक इंसान के शरीर में सूअर की किडनी प्रत्यारोपित करने की परियोजना पर काम कर रहे हैं। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ अलबामा के वैज्ञानिकों ने इंसान के ब्रेन डेड शरीर में सूअर की दो किडनी प्रत्यारोपित करने में कामयाबी हासिल की है। अब चिकित्सक क्लीनिकल ट्रायल की तैयारी कर रहे हैं।
57 वर्ष के जिम पार्सन्स पिछले साल सितंबर में सड़क हादसे का शिकार हुए थे। इलाज की तमाम कोशिशों के बाद उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। चिकित्सकों ने पार्सन्स परिवार से बात की तो वे इस प्रयोग के लिए तैयार हो गए। इसके बाद जिम पार्सन्स को आनुवांशिक रूप से संशोधित (जेनेटिकली मोडीफाइड) सूअर की दो किडनी लगाई गयीं। ब्रेन डेड इंसान में प्रत्यारोपण के बाद भी किडनी ने ठीक प्रकार से काम किया और यूरीन का प्रवाह बनाए रखा। मानव शरीर ने किडनी को रिजेक्ट नहीं किया।
डॉक्टरों ने बताया कि प्रत्यारोपण के तुरंत बाद से ही सूअर की किडनी ने सही प्रकार से काम करना शुरू कर दिया था। इस प्रयोग की सफलता से चिकित्सक उत्साहित हैं। अब जल्द ही जीवित मरीजों पर सूअर की किडनी का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करेंगे। पिछले दिनों चिकित्सक एक व्यक्ति को सूअर का दिल लगाकर चमत्कार कर चुके हैं। सूअर के किडनी प्रत्यारोपण में भी सफलता मिल जाने पर अंग प्रत्यारोपण की तमाम बाधाओं से मुक्ति मिलने की संभावना है।