तेहरान, 21 जनवरी (हि.स.)। इस समय ईरान, रूस व चीन की नौसेनाएं हिन्द महासागर में संयुक्त अभ्यास कर रही हैं। ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने बताया कि तीनों देशों के युद्धपोतों ने शुक्रवार को युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है।
इस युद्धाभ्यास में ईरान के 11 जलपोत, रूस के विध्वंसक सहित कुल तीन जलपोत और चीन के दो जलपोत हिस्सा ले रहे हैं। इस युद्धाभ्यास में रेवोल्यूशनरी गार्ड भी छोटे जलपोत और हेलीकॉप्टर के साथ हिस्सा लेंगे। हिंद महासागर के उत्तरी हिस्से में शुरू हुआ यह युद्धाभ्यास 17 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में किया जाएगा। इस दौरान रात में लड़ने से साथ बचाव अभियान पर भी जोर दिया जाएगा। युद्धाभ्यास में आग से लड़ने का अभ्यास भी किया जाएगा।
बीते तीन वर्षों में यह ईरान, रूस व चीन का तीसरा संयुक्त नौसेना युद्धाभ्यास है। यह संयोग ही है कि यह युद्धाभ्यास ऐसे समय में हो रहा है, जब ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने गुरुवार को ही अपनी रूस यात्रा समाप्त की है। इस यात्रा के दौरान रईसी ने कहा था कि ईरान और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार से न सिर्फ क्षेत्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुरक्षा मजबूत होगी।
इस युद्धाभ्यास को लेकर अंतरराष्ट्रीय राजनीति व कूटनीति को भी बड़ी वजह माना जा रहा है। दरअसल भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकी क्वाड समूह के सदस्य हैं। अमेरिका और क्वाड के बढ़ते प्रभाव के चलते अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य बदल रहा है। ऐसे में क्वाड को प्रभावशाली होता देख ये तीनों देश एक साथ आ रहे हैं।