दावोस, 19 जनवरी (हि.स.)। कोरोना काल के दौरान पिछले एक साल में दुनियाभर में सरकार और मीडिया पर से लोगों का भरोसा कम हुआ है। फर्जी खबरों को लेकर चिंताएं अपने उच्च स्तर पर हैं। यह दावा ‘एडेलमन ट्रस्ट बैरोमीटर’ की मंगलवार को जारी एक सालाना रिपोर्ट में किया गया है। यह रिपोर्ट हर साल विश्व आर्थिक मंच के दावोस शिखर सम्मेलन के दौरान जारी की जाती है। इसमें यह भी दावा किया गया है कि सबसे विश्वस्त के तौर पर सरकार का स्थान व्यवसाय ने ले लिया है। सरकार तथा मीडिया दूसरे और तीसरे स्थान पर आ गए हैं।
अध्ययन के मुताबिक, वैश्विक तौर पर 76 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा कि वह फर्जी सूचना या खबर का हथियार के रूप में इस्तेमाल किए जाने को लेकर चिंतित हैं। इस सूची में 84 फीसदी के साथ स्पेन शीर्ष पर है, जबकि भारत 82 फीसदी के साथ पांचवें स्थान पर है। लोगों के बीच एनजीओ, व्यवसायों, सरकारों और मीडिया को लेकर औसत प्रतिशत में चीन शीर्ष पर है, जबकि भारत चौथे स्थान पर और रूस सबसे निचले पायदान पर है। भारत आर्थिक आशावाद के मामले में भी शीर्ष पांच में है। नियोक्ता में भरोसे को लेकर भारत इंडोनेशिया (91 फीसदी) के बाद दूसरे स्थान (90 फीसदी) पर है जबकि चीन (89 फीसदी) तीसरे स्थान पर है। कोरिया सबसे अंतिम स्थान पर आया है। भारत में व्यवसाय, सरकारों और मीडिया में विश्वास कम हुआ है, जबकि एनजीओ के संबंध में यह अपरिवर्तित है।
भारत से इस सर्वेक्षण में शामिल हुए लोगों ने बताया कि उनका सबसे ज्यादा भरोसा एनजीओ में है। यह सर्वेक्षण 28 देशों में किया गया। सर्वेक्षण में 31 हजार से ज्यादा आम लोगों और करीब छह हजार जानकार लोगों से बात की गई।