छत्तीसगढ़ :कलेक्टर की पत्नियों को नौकरी दे छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है बेरोजगारी दूर – दीपिका शोरी

सुकमा, 19 जनवरी (हि.स.)।छत्तीसगढ़ में सरकार की शह पर नौकरशाहअपनी मनमानी पर उतर आए हैं।जहां प्रदेश के बेरोजगार युवा आत्महत्या कर रहे हैं ,वहीं छत्तीसगढ़ में वर्ल्ड बैंक की एक योजना में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिव एस भारतीदासन ने अपने मातहत, अपनी पत्नी को 1 लाख की नौकरी दी है।साथ ही वर्तमान सुकमा कलेक्टर आईएएस विनीत नंदनवार की पत्नी को 50 हज़ार और आईएएस हिमशिखर गुप्ता की पत्नी को 80 हज़ार रुपये की नौकरी दी गई है।उक्त आरोप भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष दीपिका शोरी ने लगाया है।

दीपिका शोरी ने अपने बयान में आज कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में बेरोजगारी भत्ता 25सौ रुपये देने की बात कही गई थी, जिसे पूरा करने में मुख्यमंत्री को पसीना छूट रहा है। ब्यूरोक्रेट्स को फायदा पहुंचाने में पूरा अमला लगा हुआ है। कलेक्टर्स की पत्नियों को नौकरी देकर कुछ इस तरह राज्य में बेरोज़गारी दूर की जा रही है।

छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना (चिराग) (कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार) पत्र संदर्भ: एसपीसी/ओएल/चिराग/28 दिनांक: 25/10/2021के तहत, मेनका एम भारतीदासन को परियोजना चिराग, छत्तीसगढ़ सरकार राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू), रायपुर, छत्तीसगढ़ में अनुबंध पर राज्य परियोजना प्रबंधक-खाद्य एवं पोषण सहायक कृषि के पद पर 30 नवम्बर 2021 को 1 लाख रुपये प्रति माह मानदेय पर 2 वर्षों के लिए चयन किया गया है।

छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना (चिराग) (कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार) पत्र संदर्भ: एसपीसी/राजभाषा/चिराग/11 दिनांक: 25/10/2021 के तहत, नेहा गुप्ता को प्रस्ताव पत्र कृषि विकास विभाग, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, सरकार के तहत परियोजना चिराग, छत्तीसगढ़ सरकार राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू), रायपुर, छत्तीसगढ़ में सहायक परियोजना प्रबंधक-वित्त पद पर 80 हजार रुपये प्रति माह के मानदेय पर 30 नवम्बर 2021 को दो वर्षों हेतु अनुबंध किया गया है।

किसानों का हो रहा शोषण कलेक्टर पत्नि को नौकरी दिलाने में व्यस्त

दीपिका शोरी ने सुकमा कलेक्टर विनीत नंदनवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग 2 वर्षों से कलेक्टर सुकमा को जन समस्या से जुड़े कई पत्र लिखे, परन्तु आज तक एक भी पत्र का जवाब नहीं आया। पिछली धान खरीद से धान खरीद केंद्रों में सही तौल हेतु डिजिटल कांटे की मांग हेतु आवाज उठाई, परन्तु कलेक्टर को सुनाई नहीं दिया। वर्तमान धान खरीद केंद्र छिंदगढ़ में किसानों से प्रति बोरा 4 किलो अधिक धान लेने की खबरें प्रकाशित हुई, वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ परन्तु कलेक्टर ने किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने की आवश्यकता ही नहीं समझी। कलेक्टर अपनी पत्नि को रोजगार दिलाकर छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दूर कर रहे थे ।

दीपिका शोरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना (चिराग) (कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार) पत्र संदर्भ: एसपीसी/ओएल/चिराग/25 दिनांक: 25/10/2021के तहत कोमल नंदनवार को ,छत्तीसगढ़ सरकार चयन राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (एसपीएमयू), रायपुर में अनुबंध पर परियोजना कार्यकारी -ईएसएफ -पर्यावरण के पद के लिए 50 हजार रु प्रतिमाह के मानदेय पर 30 नवम्बर 2021को दो वर्षों के लिए चयन किया गया है।

आईएएस की पत्नियों को नौकरी ,बेरोजगारों को मात्र विज्ञापन दे रही सरकार

छत्तीसगढ़ शासन ने 18 जनवरी 2019 को उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा विभिन्न संकाय के 858 पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन निकाला गया, परन्तु आज तक भर्ती नहीं हो पाई ।बैकडोर से पद का सृजन कर आईएएस की पत्नियों की नियुक्ति कर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार बेरोजगारों से छलावा कर उनका मजाक बना रही है।

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