नई दिल्ली, 16 जनवरी (हि.स.)। विशाखापत्तनम शहर 21 फरवरी को राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू की मेजबानी के लिए तैयार हो रहा है।भारतीय सैन्य बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल और भारतीय मर्चेंट मरीन के 50 से अधिक जहाजों की फ्लीट का रिव्यू करेंगे। समीक्षा के बाद विशाखापत्तनम से करीब 50 विमानों का फ्लाई पास्ट किया जाएगा। इसे आम तौर पर ‘इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू’ कहा जाता है। भारत में अंतरराष्ट्रीय बेड़े की समीक्षा फरवरी, 2001 में मुंबई से और फरवरी, 2016 में विशाखापत्तनम में की गई थी।
नेवल फ्लीट रिव्यू दुनिया भर की नौसेनाओं की लंबे समय से चली आ रही परंपरा है। यह समीक्षा नौसेना की ताकत और युद्ध की तैयारियों के लिए शुरू की गई थी लेकिन मौजूदा समय में ये बिना किसी उकसावे या फिर युद्धक मानसिकता के बगैर अपने जंगी बेड़े को एक जगह इकट्ठा करना है। भारत में अब तक ग्यारह ‘प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू’ की जा चुकी हैं। सबसे पहली रिव्यू 1953 में हुई थी और पिछला संस्करण 2016 में हुआ था। 2016 में विशाखापट्टनम में ही भारतीय नौसेना ने इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) का आयोजन किया था, जिसमें करीब 50 देशों के 100 युद्धपोतों ने हिस्सा लिया था।
इस समीक्षा का उद्देश्य देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च नैतिक और अनुशासन का आश्वासन देना है। बिना किसी जुझारू इरादे के युद्धपोतों को असेंबल करना अब आधुनिक समय में आदर्श है। दुनिया के अग्रणी राष्ट्र अपने समुद्री पड़ोसियों को समीक्षा में अपने जहाजों के साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हैं। यह आयोजन मेजबान राष्ट्र को अपनी समुद्री क्षमताओं और समुद्री राष्ट्रों के बीच आपसी विश्वास को प्रदर्शित करने का अवसर देता है। भारतीय नौसेना के मुताबिक लंबे समय से नेवल फ्लीट रिव्यू दुनियाभर की नौसेनाओं की परंपरा का हिस्सा रही है। नौसेना के मुताबिक प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू का मकसद भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च अनुशासन और मनोबल को दर्शाना है।