म्यांमार के उग्रवादियों की मणिपुर को दहलाने की साजिश, खुफिया रिपोर्ट

इंफाल, 16 जनवरी (हि.स.)। पड़ोसी देश म्यांमार के उग्रवादी समूहों ने 27 फरवरी और 03 मार्च को होने वाले मणिपुर विधानसभा चुनाव में खूनी षडयंत्र की योजना बनाई है। दावा किया गया है कि इसका खुलासा केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने किया है। केंद्रीय गृह विभाग ने खुफिया रिपोर्ट के आधार पर पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान न उजागर करने की शर्त पर बताया कि इस रिपोर्ट के बाद गुरुवार सुबह साढ़े चार बजे म्यांमार के सेनाम गांव में भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्स (एसएफ) के जवानों ने घुसकर प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के दो हथियारबंद कैडरों को गोली से उड़ा दिया।

सुरक्षा बल के इस अधिकारी ने दावा किया कि म्यांमार स्थित उग्रवादी समूह पूर्वोत्तर के उग्रवादियों के सहयोग से मणिपुर में उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर रहा है। खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, नगालैंड में प्रतिबंधित उग्रवादी समूह नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन) के (केवा/ए) और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के (केवाई/ए) द्वारा म्यांमार में नए ठिकाने स्थापित किए हैं। खुफिया जानकारी से पता चल रहा है कि उग्रवादी गुट मणिपुर में सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रच रहे हैं।

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, असम में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम- स्वाधीन (उल्फा-स्व) से जुड़े एक बेहद प्रशिक्षित जत्थे को म्यांमार से असम में प्रवेश कराया गया है। इसके अलावा, कुछ युवा हाल ही में उल्फा (स्व) में शामिल हुए हैं।

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टों का हवाला देते हुए चेतावनी दी गई है कि एनएससीएन (केवाई/ए) के वरिष्ठ नेताओं ने हाल ही में म्यांमार के पास एक गांव में बैठकें की हैं। ऐसी ही एक बैठक में तय हुआ कि जून 2018 में मणिपुर में सुरक्षाबलों ने आतंकी संगठन पर हमला किया था। इसलिए जवाबी कार्रवाई के लिए सुरक्षा बलों पर हमला करने का यह सही वक्त है।

सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के दो हथियारबंद कार्यकर्ताओं की भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स (आईपीएसएफ) के कर्मियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह लोग 13 जनवरी की सुबह साढ़े चार बजे के आसपास म्यांमार के सेनाम गांव में घुसे थे। धारासाई पीएलए के दो हथियारबंद कैडरों की पहचान नोंगथम्बा उर्फ नोंगडाम्बा और लेचिल के रूप में की गई है। उन्होंने कहा कि पीएलए के स्वयंभू 252 बटालियन के कार्यकर्ताओं को सेनाम गांव में उनके शिविर में शारीरिक प्रशिक्षण के दौरान आईपीएसएफ के जवानों ने घेर लिया था। इंडियन पैरा स्पेशल फोर्स की कार्रवाई में दो उग्रवादी मारे गये थे।

उल्लेखनीय है कि असम में उल्फा (स्व), दक्षिणी अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में एनएससीएन (केवाई/ए) और मणिपुर में इंफाल वैली स्थित उग्रवादी समूह जैसे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए), पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलीपाक (प्रीपाक), कंगलेई याल कन्ना लूप (केवाईकेएल) और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) अभी भारत सरकार के साथ आधिकारिक संघर्ष विराम समझौता नहीं किया है। हालांकि, असम के अधिकांश उग्रवादी संगठनों ने सरकार के साथ बातचीत कर संघर्ष विराम कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *