नई दिल्ली, 16 जनवरी (हि.स.)। विराट कोहली ने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए कोहली ने यह घोषणा की। ऐसे में कोहली अब तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए बतौर बल्लेबाज ही खेलते दिखाई देंगे। उनके इस फैसले के बाद हर कोई उन्हें भारतीय टीम में कप्तान के रूप में दिए शानदार योगदान के लिए बधाई दे रहा है। बीसीसीआई ने भी कोहली की तारीफ करते हुए उन्हें बधाई दी है।
बीसीआई ने रविवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) विराट कोहली को टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान के रूप में शानदार करियर के लिए बधाई देता है। बीसीसीआई और चयन समिति कप्तानी की भूमिका से आगे बढ़ने के उनके फैसले का सम्मान करती है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वह एक खिलाड़ी के रूप में योगदान देना जारी रखेंगे और भारतीय क्रिकेट को और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेंगे।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से विराट को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में उनके अपार योगदान के लिए धन्यवाद देता हूं। उनके नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम ने खेल के सभी प्रारूपों में तेजी से प्रगति की है। उनका फैसला निजी है और बीसीसीआई इसका बहुत सम्मान करती है। वह इस टीम के एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य बने रहेंगे और एक नए कप्तान के साथ इस टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा कि विराट कोहली भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने वाले सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक रहे हैं। एक लीडर के रूप में टीम के प्रति उनका रिकॉर्ड और योगदान किसी से पीछे नहीं है। भारत को 40 टेस्ट जीत में नेतृत्व करना इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने टीम का नेतृत्व पूरी खूबी के साथ से किया। उन्होंने भारत और विदेशों ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका में बेहतरीन टेस्ट मैच में जीत के लिए टीम का नेतृत्व किया। उनका यह प्रयास देश का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा रखने वाले साथी और आने वाले क्रिकेटरों को प्रेरित करेगा। हम विराट के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वह भारतीय टीम के लिए मैदान पर यादगार योगदान देना जारी रखेंगे।
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि विराट जैसा क्रिकेटर एक पीढ़ी में एक बार आता है। भारतीय क्रिकेट का सौभाग्य है कि उन्होंने एक कप्तान के रूप में टीम की सेवा की है। उन्होंने जोश और आक्रामकता के साथ टीम की कप्तानी की तथा देश और विदेश में भारत की कई यादगार जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हम उनके आगे के करियर के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
उल्लेखनीय है कि विराट कोहली ने 2014 के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे में टेस्ट टीम की कमान संभाली थी। उन्होंने भारत को घरेलू और विदेशी दौरों पर यादगार जीत दिलाई हैं। वह टेस्ट में भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। उन्होंने 68 टेस्ट में भारतीय टीम की अगुआई की, जिसमें 40 में जीत दर्ज की और 17 मैच गंवाए, 11 मुकाबले ड्रॉ रहे। बतौर टेस्ट कप्तान उनका जीत का प्रतिशत 58.82 का रहा। उन्होंने टी-20 विश्व कप के बाद टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी, जबकि एकदिवसीय टीम की कप्तानी से उन्हें हटा दिया गया था। टेस्ट कप्तान के रूप में 33 वर्षीय कोहली ने 20 शतक और 18 अर्धशतकों के साथ 54.80 की शानदार औसत से पांच हजार, 864 रन बनाए हैं।