नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला 2-1 से हारने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया है।
कोहली ने शनिवार शाम को ट्वीट करते हुए लिखा, “टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए हर रोज 7 साल की कड़ी मेहनत और अथक परिश्रम किया गया है। मैंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया है। हर चीज को किसी न किसी स्तर पर रुकना पड़ता है और मेरे लिए भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में यह समय अब आ गया है। यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन प्रयास या विश्वास की कमी कभी नहीं रही है। मैंने हमेशा हर चीज में अपना 120 प्रतिशत देने में विश्वास किया है। मेरे दिल में पूर्ण स्पष्टता है और मैं अपनी टीम के लिए बेईमान नहीं हो सकता।”
कोहली ने बीसीसीआई, पूर्व कप्तान एमएस धोनी और रवि शास्त्री को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “मैं बीसीसीआई को इतने लंबे समय तक अपने देश का नेतृत्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि टीम के सभी साथियों को, जिन्होंने पहले दिन से टीम के लिए किसी भी स्थिति में कभी हार नहीं मानी। आप लोगों ने इस यात्रा को इतना यादगार और सुंदर बना दिया है। रवि भाई जो इस टीम के पीछे थे, हमें लगातार टेस्ट क्रिकेट में ऊपर की ओर ले गए, आप सभी ने विजयी दृष्टि को जीवन में लाने में एक बड़ी भूमिका निभाई है। अंत में एमएस धोनी को बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने एक कप्तान के रूप में मुझ पर विश्वास किया और मुझे एक सक्षम व्यक्ति के रूप में पाया, जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकता था।”
कोहली, जिन्होंने 2014 के अंत में टेस्ट टीम की कमान संभाली थी, ने भारत को घरेलू और विदेशी दोनों दौरों पर यादगार श्रृंखला जीत दिलाई। वह टेस्ट में भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। कोहली ने 68 टेस्ट में टीम की कप्तानी की, जिसमें भारत को 40 जीत, 17 हार और 11 ड्रा शामिल हैं। उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप के बाद टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी, जबकि वनडे टीम की कप्तानी से उन्हें हटा दिया गया था।
टेस्ट कप्तान के रूप में 33 वर्षीय कोहली ने 20 शतक और 18 अर्धशतकों के साथ 54.80 की शानदार औसत से 5864 रन बनाए हैं।