प्रवीण खंडेलवाल ने नैतिक आधार पर ओएनडीसी पैनल से दिया इस्तीफा

नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने शनिवार को ओएनडीसी सलाहकार परिषद से इस्तीफा दे दिया है। खंडेलवाल ने अपना इस्तीफा नैतिक आधार पर हितों के टकराव से बचने का हवाला देते हुए दिया है। उल्लेखनीय है कि ओएनडीसी ई-कॉमर्स प्लेटफार्म को सशक्त बनाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय की सबसे महत्वपूर्ण समिति में से एक है।

खंडेलवाल ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को भेजे अपने इस्तीफे में कहा कि चूंकि ओएनडीसी प्लेटफॉर्म शुक्रवार, 14 जनवरी को लॉन्च किया गया था। अब यह जल्द ही एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के रूप में संचालन करना शुरू कर देगा। ऐसे में मेरा विचार है कि मेरा सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में बना रहना नैतिकता के खिलाफ होगा, जो हितों के टकराव को जन्म देगा।

उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है कि कैट जल्द ही अपना भी ई-कॉमर्स पोर्टल “भारत ई मार्केट” लॉन्च करने जा रहा है, जिसकी टैगलाइन “मेरे लिए-मेरे देश के लिए” है और मैं बीईएम के लिए बाजार खंगालने और जमाने के लिए बाध्य हूं। खंडेलवाल ने आगे कहा कि नैतिक मूल्यों को कायम रखते हुए और एक हितधारक होने के नाते, मेरे लिए ओएनडीसी सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में जारी रहना अनैतिक और अनुचित नहीं होगा, जिस प्रकार इंफोसिस के नंदन नीलेकणि जो अमेजन का समर्थन कर रहे हैं और आदिल ज़ैनुभाई मौजूद हैं, जो कि रिलायंस के बोर्ड मेंबर है। उल्लेखनीय है कि खंडेलवाल वाणिज्य मंत्रालय में कोविड के पहले दौर के दौरान 2020 में ओएनडीसी के अवधारणा के दिनों से ही साथ जुड़े हुए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *