– पीएलए के दो सैन्य अधिकारियों ने लांचिंग पैड और आतंकी प्रशिक्षण शिविर का दौरा किया
– स्कार्दू और गिलगित में आतंकवादियों को दिया जा रहा है बर्फ में युद्ध लड़ने का प्रशिक्षण
नई दिल्ली, 14 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के घुसपैठ प्रयासों को भारतीय सेना से मुंहतोड़ जवाब मिलने के बाद दम तोड़ते आतंकवाद को जिन्दा रखने के लिए पाकिस्तान अपने ‘सदाबहार दोस्त’ चीन की मदद ले रहा है। चीन ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में अपनी ‘लाल सेना’ को हथियार के साथ भेजा है जो भारत में घुसपैठ करने के लिए पाकिस्तानी आतंकियों और सैनिकों को लांचिंग पैड पर प्रशिक्षण दे रही है। हाल ही में चीनी सेना पीएलए के दो अधिकारियों ने पीओके के लांचिंग पैड और आतंकी प्रशिक्षण शिविर का दौरा किया है।
खुफिया जानकारी के अनुसार भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान की एक और साजिश का खुलासा हुआ है जिसमें पीएलए के दो अधिकारियों ने दो बार पीओके के 07 लांचिंग पैड और 04 प्रशिक्षण शिविर का दौरा किया है। पीओके की लीपा घाटी में अभी भी चीनी सेना का एक दस्ता मौजूद है। स्कार्दू और गिलगित में दो और आतंकी प्रशिक्षण केंद्र बनाये गए हैं। यहां आतंकवादियों को बर्फ में लड़ने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आतंकियों को 10 दिन की ट्रेनिंग के बाद भारत में घुसपैठ करने के लिए आईएसआई और चीनी सेना की मदद दी जा रही है। आतंकियों को ड्रोन के जरिये हथियार और मादक पदार्थ भेजने की भी ट्रेनिंग दी जा रही है।
इससे पहले भी सीमाई इलाकों में कई सुरंगें मिल चुकी हैं जिनसे आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिशें की गईं हैं। ड्रोन के जरिये हथियार और मादक पदार्थ भेजने पर सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया है। अटारी बॉर्डर के पास आज भी 5 किलो आईईडी और एक लाख नगदी बरामद की गई है। एसटीएफ एआईजी रछपाल सिंह के मुताबिक यह आईईडी पाकिस्तान से आई थी। नौ घंटे चले ऑपरेशन के बाद इसे निष्क्रिय किया गया और सन्देह के आधार पर कई लोग हिरासत में लिए गए हैं।
पाकिस्तानी सेना के कर्नल-रैंक के अधिकारियों को चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पश्चिमी और दक्षिणी थिएटर कमांड में तैनात किया गया है। भारत से निपटने के लिए चीन ने इन पाकिस्तानी अधिकारियों को एलएसी के पास की जिम्मेदारी दी है। चीन के सशस्त्र बलों की युद्ध योजना, प्रशिक्षण और रणनीति के लिए जिम्मेदार केंद्रीय सैन्य आयोग के संयुक्त कर्मचारी विभाग में यह तैनाती की गई है। इससे पहले भी पाकिस्तान चीनी प्रोजेक्ट की देखरेख के लिए अपने जवानों को नियुक्त कर चुका है।
खुफिया रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि करीब पाकिस्तानी सेना के 10 अधिकारियों को भी बीजिंग स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के दफ्तर में तैनात किया गया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चीनी आर्मी में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की नियुक्ति ख़ुफ़िया सूचनाओं को साझा करने वाला समझौता होने के बाद किया गया है। ख़ुफ़िया रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि यह नियुक्तियां चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) और चीनी नागरिकों को पाकिस्तानी सेना की ओर से नियमित सहायता प्रदान करने के मद्देनजर की गईं हैं।
पाकिस्तान ने चीन की मदद से चोरी छिपे पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में स्थित स्कार्दू एयरबेस को अपग्रेड करने का काम करीब-करीब पूरा कर लिया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सीमा पर पाकिस्तान की हरकतों पर कड़ी नजर रख रही हैं, क्योंकि भारतीय वायुसेना के श्रीनगर एयरबेस और लेह एयरबेस से स्कार्दू एयरबेस की दूरी महज 200 किलोमीटर है। पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट चीन के एयर स्पेस में प्रवेश करने से पहले स्कार्दू एयरबेस में रुक रहे हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तानी लड़ाकू विमान एफ-16 और जेएफ-17 लगातार स्कार्दू एयरबेस से उड़ान भर रहे हैं।