लंदन, 13 जनवरी (हि.स.)। भारत और इंग्लैंड के बीच व्यापारिक रिश्तों की मजबूती पर एक कदम आगे बढ़ते हुए इंग्लैंड ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत का ऐलान किया है। इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसे ब्रिटिश व्यापारियों के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की कतार में सबसे आगे रखने का सुनहरा अवसर करार दिया है।
जॉनसन ने कहा कि मुक्त व्यापार समझौता भारत के साथ ऐतिहासिक व्यापारिक भागीदारी को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। उन्होंने इसके लिए स्कॉच व्हिस्की, वित्तीय प्रबंधन और नवीनीकृत तकनीकी जैसे क्षेत्रों में पर्याप्त अवसरों का उदाहरण दिया। दोनों देशों के बीच वार्ता अगले सप्ताह शुरू होने की उम्मीद है। इंग्लैंड सरकार द्वारा किसी देश के साथ वार्ता की घोषणा के बाद यह औपचारिक वार्ता की सबसे तेज शुरुआत होगी।
इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ने उम्मीद जाहिर की कि भारत की उभरती अर्थव्यवस्था के साथ मुक्त व्यापार निश्चित रूप से इंग्लैंड के कारोबारियों व उपभोक्ताओं के लिए लाभदायक साबित होगा। इंग्लैंड के पास विश्वस्तरीय दक्षता है और भारत भी नवोन्मेष में पीछे नहीं है। दोनों देश इस समझौते का लाभ उठा सकते हैं।
जॉनसन का यह बयान इंग्लैंड की विदेश मंत्री मेरी ट्रेवेलियान और भारत के उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के बीच प्रस्तावित वार्ता से ठीक पहले आया है। ट्रेवेलियान 15वीं भारत-इंग्लैंड संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति की बैठक के लिए दिल्ली में हैं। ट्रवेलियान ने कहा कि 2050 तक भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आ चुका होगा। ऐसे में मुक्त व्यापार समझौता ब्रिटिश कारोबार को सबसे आगे रखने का सुनहरा अवसर है।