सेना दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे थलसेनाध्यक्ष नरवणे

दूरदर्शन नेशनल पर हिंदी में शाम 6:55 बजे और अंग्रेजी में रात 8:55 बजे होगा प्रसारण

– करियप्पा ग्राउंड की सेना दिवस परेड को देख सकेंगे फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर

नई दिल्ली, 13 जनवरी (हि.स.)। 74वें सेना दिवस की पूर्व संध्या पर 14 जनवरी को थलसेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसका प्रसारण दूरदर्शन नेशनल पर शाम 6:55 बजे हिंदी में और रात 8:55 बजे अंग्रेजी में प्रसारित किया जायेगा। जनरल नरवणे ने अपने कार्यकाल की आखिरी सालाना प्रेस वार्ता में बुधवार को चीन सीमा पर स्थिति के बारे में कहा था कि किसी भी विवाद का समाधान निकालने के लिए युद्ध या संघर्ष हमेशा अंतिम उपाय होता है। अगर इस आखिरी विकल्प का भी सहारा लिया गया, तो बहुत विश्वास के साथ आश्वस्त कर सकता हूं कि हम ही विजयी होंगे।

भारत के 28वें थलसेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने 31 दिसम्बर, 2019 को कार्यभार संभाला था। अपने 28 माह के कार्यकाल के महज 4 माह बचने पर जनरल नरवणे ने कहा कि उनका अब तक का समय चीन और पाकिस्तान से मिल रही चुनौतियों से निपटने में ही बीता है। 74वें सेना दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित सन्देश में राष्ट्रीय सुरक्षा के अलावा सेना की उपलब्धियों, थियेटर कमांड प्रक्रिया, आधुनिकीकरण की योजना, सेना में महिलाओं की भागीदारी, पाकिस्तान सीमा पर दुश्मन के छद्म युद्ध जैसे मुद्दों पर बात कर सकते हैं। खासकर बुधवार को हुई कोर कमांडर स्तर की 14वें दौर की वार्ता के बाद चीन सीमा के मौजूदा हालातों और पिछले डेढ़ साल में उत्तरी सीमा पर भारत की क्षमता बढ़ने के मुद्दे पर भी चर्चा की जा सकती है।

सेना दिवस पर पूरा देश थल सेना की वीरता अदम्य साहस और शौर्य की कुर्बानी की दास्तां को बयान करता है। जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। दिल्ली में सेना मुख्यालय के साथ-साथ देश के कोने-कोने में शक्ति प्रदर्शन के अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। देश की आजादी के बाद लेफ्टिनेंट जनरल (बाद में फ़ील्ड मार्शल) केएम करियप्पा 15 जनवरी, 1949 को स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने थे। उन्होंने इस दिन ब्रिटिश राज में भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल रॉय फ्रांसिस बुचर से यह पदभार ग्रहण किया था।

इसी दिन को याद करने के लिए हर साल 15 जनवरी को ‘सेना दिवस’ मनाया जाता है। केएम करियप्पा पहले ऐसे अधिकारी थे जिन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई थी। उन्होंने 1947 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना का नेतृत्व किया था। इस दिन उन सभी बहादुर सेनानियों को सलामी भी दी जाती है, जिन्होंने कभी ना कभी अपने देश और लोगों की सलामती के लिये अपना सर्वोच्च न्योछावर कर दिया। हर साल की तरह इस बार भी 15 जनवरी को सुबह 10:20 बजे से केएम करियप्पा परेड ग्राउंड, नई दिल्ली में सेना दिवस परेड होगी, जिसका सीधा प्रसारण फेसबुक पर https://facebook.com/Indianarmy.adgpi ट्विटर पर https://twitter.com/adgpi और यूट्यूब पर https://youtube.com/adgpi-indianarmy किया जायेगा।

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