नई दिल्ली, 08 जनवरी (हि.स.)। देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कारोबारियों को व्यापार में नुकसान की चिंता सताने लगी है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने शनिवार को कहा कि कई राज्यों में अनेक प्रकार के प्रतिबंध लगाने का सीधा असर व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों पर पड़ा है। कैट के मुताबिक देशभर में विभिन्न सामानों का व्यापार पिछले 10 दिनों में औसतन 45 फीसदी कम हुआ है, जो कुल रिटेल व्यापार का लगभग 125 लाख करोड़ रुपये का होता है।
कारोबारी संगठन कैट ने जारी एक बयान में केंद्र सरकार और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा है कि, कोरोना से बचाव के लिए हर संभव कदम उठाये जाएं लेकिन प्रतिबंधों के साथ व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियां भी सुचारू रूप से चलती रहें। इसका ख्याल रखते हुए देशभर के कारोबारी संगठनों के साथ सलाह लेने के बाद कोई फैसला करें। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि ओमिक्रोन की वजह से प्रतिबंधों के चलते देशभर में पिछले दस दिनों के व्यापार में औसतन 45 फीसदी की गिरावट आई है।
खंडेलवाल ने कहा कि शहर से बाहर का आने वाला खरीदार अपने शहर से बाहर नहीं निकल रहा है जबकि रिटेल की खरीददारी करने के लिए उपभोक्ता भी जरूरत पड़ने पर ही सामान खरीदने के लिए बाजार जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शादियों के सीजन का व्यापार जो मकर संक्राति के दिन 14 जनवरी से शुरू होगा, जिससे आगामी ढाई महीने में करीब 4 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान था। अलग-अलग राज्य सरकारों के लोगों पर लगाए गए प्रतिबंधों से इस व्यापार में सीधे लगभग 75 फीसदी की गिरावट आई है।
कैट महामंत्री के मुताबिक प्रतिबंधों से एफएमसीजी में 35 फीसदी, इलेक्ट्रॉनिक्स में 45 फीसदी, मोबाइल में 50 फीसदी, दैनिक उपभोग की वस्तुओं में 30 फीसदी, फुटवियर में 60 फीसदी ज्वैलरी में 30 फीसदी, खिलौनों में 65 फीसदी, गिफ्ट आइटम्स में 65 फीसदी, बिल्डर हार्डवेयर में 40 फीसदी, कॉस्मेटिक्स में 25 फीसदी, फर्नीचर में 40 फीसदी के व्यापार की अनुमानित गिरावट है।