10 से मिलेगा साल का पहला सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, 4786 रुपये का इश्यू प्राइस तय

नई दिल्ली, 8 जनवरी (हि.स.)। साल 2022 का पहला सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) सोमवार यानी 10 जनवरी से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है। यह अगले पांच दिन तक खुला रहेगा। इसमें निवेशक 14 जनवरी तक अपना पैसा लगा सकेंगे। यह वित्त वर्ष 2021-22 का नौवां इश्यू है।

ज्ञातव्य है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की नई किस्त के लिए इश्यू प्राइस का ऐलान किया है। गोल्ड बॉन्ड के इस इश्यू के लिए चार हजार,786 रुपये प्रति ग्राम मूल्य तय किया गया है। पिछली बार की तरह इस इश्यू में भी ऑनलाइन आवेदन और भुगतान पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट दी जाएगी। इस तरह से ऑनलाइन आवेदन करने और भुगतान करने पर निवेशकों को एक यूनिट यानी एक ग्राम के बॉन्ड के लिए चार हजार,736 रुपये का ही भुगतान करना होगा। इसके पहले 2021 के आखिरी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड इश्यू के लिए रिजर्व बैंक ने प्रति ग्राम चार हजार,791 रुपये का इश्यू प्राइस तय किया था।

इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बैंकों के अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल), डाकघरों और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जैसे मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज से लिया जा सकता है। हालांकि वित्त मंत्रालय की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया है कि ये गोल्ड बॉन्ड स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक से सब्सक्राइब नहीं किए जा सकेंगे।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड निवेशकों को सोना खरीदे बिना ही सोना में निवेश करने का मौका देता है। इसमें निवेश करने पर सोने को फिजिकल फॉर्म नहीं रखने की जरूरत नहीं होती है। बल्कि ये डिजिटल फॉर्म में होता है। इसलिए इसके चोरी होने या गुम होने का भी कोई खतरा नहीं होता। इसके साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी प्रतिभूति के रूप में ब्याज का लाभ भी देता है। इसके अलावा परिपक्वता की अवधि पूरी होने पर उस समय के बाजार मूल्य के हिसाब से निवेशकों को उनके निवेश के एवज में राशि का भुगतान किया जाता है। इस बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ वर्ष है। हालांकि पांच वर्ष पूरा होने के बाद भी निवेशक अपने पैसे निकाल सकता है। निवेश की गई अवधि के दौरान 2.5 प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान किया जाता है।

सॉवरेन गोल्ड बांड के लिए आम निवेशक कम से कम 1 ग्राम और अधिक से अधिक 4 किलो तक के लिए आवेदन कर सकता है। वहीं ट्रस्ट और संस्थागत निवेशक 20 किलोग्राम तक निवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।

इस गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस तय करने के लिए सब्सक्रिप्शन शुरू होने के पहले सप्ताह के अंतिम तीन दिन कारोबारी दिनों के दौरान 999 शुद्धता वाले यानी 24 कैरेट सोने के बंद भाव की गणना की जाती है। इन तीन दिनों के बंद भाव के औसत के आधार पर गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस तय किया जाता है। इसी तरह सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी पर भी निवेशकों को भुगतान करने के लिए इसी पद्धति का इस्तेमाल करके सोने का मूल्य तय किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *