मेरे और मुख्यमंत्री योगी के बीच कभी नहीं टूटने वाला सम्बन्ध : केशव मौर्य

डीडी कॉन्क्लेब में बोले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ, 07 जनवरी (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक बड़े सवाल पर विराम लगा दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच खींचतान की बात अक्सर की जाती रही है। डीडी उत्तर प्रदेश की ओर से शुक्रवार को होटल ताज में शुरू हुए डीडी कॉन्क्लेब के दूसरे सत्र में जब उनसे यह सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि खबर चलाने वालों को मैं नहीं रोक सकता लेकिन आज एक बात कहता हूं कि मेरे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच ऐसा मजबूत सम्बन्ध है जो कभी टूटने वाला नहीं है।

कॉन्क्लेव के दूसरे सत्र में ‘मिला सबका साथ कितना हुआ विकास’ विषय पर बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज कमल का मतलब खुशहाली, भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था, पारदर्शी व्यवस्था के तहत नौकरी, गुंडाराज का खात्मा और अपराधियों को जेल हो गया है। क्योंकि जमीन खिसक गई है चुनाव के बाद पता नहीं कौन है भाई जाएगा कौन सीरियल भाग जाएगा। बुआ भतीजे एक भी हो जाए तो भी अखिलेश यादव यह खुशियों का कोई खाता खोलने वाला नहीं है वैसे भारतीय जनता पार्टी अगले 25 वर्षों तक के लिए हमने खाका खींच रखा है तब तक अखिलेश यादव की दाल नहीं गलने वाली है।

विकास में सबसे बड़े और अवरोधक मुख्यमंत्री के रूप में यदि किसी का नाम लिया जाएगा तो वह अखिलेश यादव का होगा। मैंने सांसद रहते हुए देखा है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं ऐसी थी जिसे अखिलेश यादव की सरकार ने रोक लगाई थी। उन्हें डर था कि यदि मोदी सरकार की योजनाएं लागू कर दी गयी तो 2017 में साइकिल पंक्चड़ हो जाएगी। हालांकि उनकी साइकिल पंक्चड़ हो गयी। वह केवल जातिवाद और तुष्टीकरण किया है। 2013 का कुम्भ अखिलेश सरकार में हुआ। उस कुम्भ में वह नहाने नहीं गए 2019 के भव्य एवं दिव्य कुम्भ में वह गए ही नहीं बल्कि डुबकी भी लगाए। इसके दो कारण है। पहला यह कि उन्हें अहसास हो गया कि अब तुष्टीकरण की राजनीति नहीं चल पाएगी। दूसरा यह कि हमारी सरकार ने बेहतरीन व्यवस्था की। गंगा जी साफ हुईं।

प्रयागराज में कई चौराहों पर लुंगी छाप गुंडे सक्रीय थे। उस चौराहे पर कोई सामान्य व्यक्ति नहीं जा सकता था। यहां तक कि उन चौराहों से होकर बहनें निकल नहीं सकती थीं। यह प्रदेश के कई जिलों में था। आज वह परिस्थिति नहीं है। बेटियां सुरक्षित हैं। आमजन में विश्वास है कि भाजपा सरकार ही प्रदेश के लिए और उनके लिए उन्नयन का कार्य करेगी। भाजपा सरकार में ही प्रदेश का भविष्य सुरक्षित है।

विपक्ष को चुनावी हिन्दू कहा। केशव ने कहा कि अगर वह सच्चे होते तो कपड़े के ऊपर जनेव नहीं धारण करना पड़ता। जो लोग अपनी सरकार में 2013 में आयोजित कुम्भ में प्रयागराज नहीं गए। 2019 में डुबकी लगाए। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें यह पता चल गया कि तुष्टीकरण की राजनीति नहीं चलने वाली है। बुलडोजर किसी गरीब पर नहीं चलता। माफियाओं और अपराधियों की काली कमाई ढहाने के लिए बुलडोजर चलता है।

उत्तर प्रदेश में जिस तरह से कोरोना की पहली और दूसरी लहर का सामना किया गया है। उसी तरह से हम तीसरी लहर से लड़ने के लिए भी तैयार हैं। 2017 में जब हम सत्ता में आये तब उप्र में छह हजार किमी राष्ट्रीय राजमार्ग थे। आज हमारे पास 12 हजार किमी हैं। अगर अखिलेश यादव की सरकार ने अवरोध पैदा नहीं किये होते तो करीब दो हजार किलोमीटर राजमार्ग उनके कार्यकाल में ही बन गए होते। 70 राजमार्ग हमारी सरकार ने नए राजमार्ग बनाये। हमारी सरकार मेधावी बच्चों के नाम से सड़क बनाते हैं। शहीदों के नाम पर सड़क का निर्माण कर रहे हैं। आतंकियों के ठिकाने पर बम गिरता है तो भाजपा के विरोधियों को लगता है कि उनके घर पर बम गिर गया। सेना पर सवाल खड़ा करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

जो लोग सवाल खड़ा करते हैं उन पर सवाल है। मैं यह दावा करता हूं कि मेरे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच बहुत ही मजबूत सम्बन्ध हैं जो कभी टूट नहीं सकता है। अंत में उन्होंने कहा कि 2022 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने अपने पुराने नारे को भी दोहराते हुए कहा कि 60 फीसदी हमारा है। बाकी में बटवारा है। बटवारे में भी हमारा है।

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